नई दिल्ली: साउथ दिल्ली जिले की साइबर सेल की टीम ने अपने ही दोस्त के साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी कर गेटवे के माध्यम से पैसा ट्रांसफर करने के मामले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही गिरफ्तार आरोपियों के पास से अपराध में इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन को भी बरामद कर लिया गया है. और 265000 की नकदी जो उसने साथी के अकाउंट से चुराई थी, उसे फ्रीज कर दिया गया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान शिवनंदन कुमार जो शिकायतकर्ता का रूम पार्टनर था और दूसरे आरोपी की पहचान मोहम्मद जबीर के रूप में की गई है. दोनों आरोपी दिल्ली और बिहार के रहने वाले बताए जा रहे हैं.
साउथ दिल्ली डीसीपी बेनिता मेरी जेकर ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि एक शिकायतकर्ता ने साइबर सेल थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि 7 नवंबर 2021 को उसके मोबाइल फोन से आउटगोइंग कॉल बंद हो गई थी. उसने इसका समाधान निकालने के लिए कस्टमर केयर पर कॉल किया और शिकायतकर्ता ने एक नया सिम कार्ड लिया, जिसके बाद वह अपने बैंक में पंजीकृत कराने के लिए पहुंचा तो पता चला कि उसकी जानकारी के बिना ही उसके खाते से 3,45,000 निकल गए हैं. इस मामले की शिकायत थाने में दर्ज कराई अपराध की गंभीरता को भांपते हुए एसीपी ने साइबर सेल इंस्पेक्टर के राजूराम के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया. जिसमें एसआई जीत सिंह यादव हेड कांस्टेबल रामवीर सिंह को शामिल किया गया.
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पुलिस ने जांच करते हुए तकनीकी विश्लेषण किया. मोबाइल फोन ऑनलाइन दिन का विवरण प्राप्त किया गया. मामले में शिकायतकर्ता से भी पूछताछ की गई. जिसमें खुलासा किया कि वह अपने किराए के मकान में रूम पार्टनर के तौर पर किसी अन्य व्यक्ति के साथ रह रहा है. बैंक स्टेटमेंट का विश्लेषण करने पर पता चला कि शिकायतकर्ता के खाते से उसके ही साथी ने गेटवे के माध्यम से पैसे निकाले हैं. हालांकि टीम ने कई पहलुओं पर काम करते हुए सभी साथ को जुटाया और उसके बाद उसके रूम पार्टनर को गिरफ्तार कर लिया गया. उससे पूछताछ के बाद उसके साथी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और कब्जे से अपराध में इस्तेमाल मोबाइल फोन को बरामद कर लिया और पूछताछ करने पर आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया और 2,65,000 की जमा राशि को भी तुरंत फ्रीज कर दिया गया. फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और लगातार पूरे मामले की जांच की जा रही है.