नई दिल्ली: जिस्मफरोशी और अपहरण के मामले में दोषी करार दी गई गीता उर्फ सोनू पंजाबन को डीडीयू अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जेल में अचानक तबीयत खराब होने के चलते उसे अस्पताल पहुंचाया गया. प्राथमिक जांच में पता चला है कि उसने नींद की गोलियां ली थीं, जिसकी वजह से उसकी तबियत बिगड़ी. जेल प्रशासन का कहना है कि वो मामले की छानबीन कर रहे हैं.
कई मामलों में दोषी
जानकारी के अनुसार सोनू पंजाबन पर दिल्ली एनसीआर समेत कई राज्यों में जिस्मफरोशी के मामले दर्ज हैं. दिल्ली की द्वारका कोर्ट ने उसे अपहरण, मानव तस्करी और वेश्यावृत्ति के आरोप में दोषी करार दिया है.
इसके बाद उसे हाल ही में जेल भेजा गया है. एडिशनल सेशन जज प्रीतम सिंह ने सोनू पंजाबन और उसके सहयोगी संदीप को एक नाबालिग लड़की के अपहरण, रेप और वेश्यावृत्ति के मामले में दोषी करार देते हुए जेल भेजा है. ये मामला साल 2014 में नजफगढ़ थाने में दर्ज हुआ था.
गुरुवार देर शाम बिगड़ी तबीयत
जेल सूत्रों का कहना है कि गुरुवार देर शाम को अचानक सोनू पंजाबन की जेल में तबीयत बिगड़ी. इसके बाद उसे पहले जेल के अस्पताल पहुंचाया गया जहां से उसे डीडीयू रेफर कर दिया गया. प्राथमिक जांच में पता चला है कि उसने नींद की गोलियां खाई थी. हालांकि इसकी पुष्टि के लिए आगे जांच की जा रही है.
बताया जा रहा है कि कोर्ट से दोषी करार दिए जाने के चलते वह बेहद परेशान थी. ऐसे में उसने यह कदम उठाया. नींद की गोली उसके पास कैसे पहुंची इसे लेकर भी जांच की जा रही है.