नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत लगातार बनी हुई है. वहीं सर गंगा राम अस्पताल में महज़ 3 घंटे की ऑक्सीजन बची हुई है. अस्पताल प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक अस्पताल में रोजाना 10,000 क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन इस्तेमाल हो रही है जबकि इस वक्त करीब 2200 क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन ही बची है.
गंगाराम अस्पताल में केवल 3 घंटे की ऑक्सीजन बची
सरकार द्वारा किए जा रहे तमाम दावों के बीच अभी भी अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत बनी हुई है. ताजा मामला सर गंगाराम अस्पताल का है जहां पर 560 मरीजों की जान इसलिए खतरे में आ गई है क्योंकि वहां महज़ कुछ ही घंटों की ऑक्सीजन सप्लाई शेष बची है. सर गंगाराम अस्पताल में रोजाना 10,000 क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन इस्तेमाल हो रहा है जबकि 11,000 क्यूबिक मीटर की आवश्यकता है, लेकिन इस समय अस्पताल में महज 2200 क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन शेष बची है. इस परिस्थिति को देखते हुए अस्पताल प्रशासन सरकार से जल्द से जल्द ऑक्सीजन सप्लाई देने को लेकर अपील कर रहा है.
सर गंगाराम अस्पताल में महज़ 3 घंटे की ही ऑक्सीजन बची - दिल्ली में कोरोना
20:45 May 01
दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में महज़ 3 घंटे की ऑक्सीजन बची है. अस्पताल में रोजाना 10,000 क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन इस्तेमाल हो रहा है जबकि इस वक्त करीब 2200 क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन ही बची है.
20:45 May 01
दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में महज़ 3 घंटे की ऑक्सीजन बची है. अस्पताल में रोजाना 10,000 क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन इस्तेमाल हो रहा है जबकि इस वक्त करीब 2200 क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन ही बची है.
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत लगातार बनी हुई है. वहीं सर गंगा राम अस्पताल में महज़ 3 घंटे की ऑक्सीजन बची हुई है. अस्पताल प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक अस्पताल में रोजाना 10,000 क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन इस्तेमाल हो रही है जबकि इस वक्त करीब 2200 क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन ही बची है.
गंगाराम अस्पताल में केवल 3 घंटे की ऑक्सीजन बची
सरकार द्वारा किए जा रहे तमाम दावों के बीच अभी भी अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत बनी हुई है. ताजा मामला सर गंगाराम अस्पताल का है जहां पर 560 मरीजों की जान इसलिए खतरे में आ गई है क्योंकि वहां महज़ कुछ ही घंटों की ऑक्सीजन सप्लाई शेष बची है. सर गंगाराम अस्पताल में रोजाना 10,000 क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन इस्तेमाल हो रहा है जबकि 11,000 क्यूबिक मीटर की आवश्यकता है, लेकिन इस समय अस्पताल में महज 2200 क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन शेष बची है. इस परिस्थिति को देखते हुए अस्पताल प्रशासन सरकार से जल्द से जल्द ऑक्सीजन सप्लाई देने को लेकर अपील कर रहा है.