नई दिल्ली. जामा मस्जिद के शाही इमाम सय्यद अहमद बुखारी ने मंगलवार को प्रदर्शनकारियो को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि 70 साल से लातादाद कुर्बानियों के बावजूद मुसलमानों को इंसाफ नहीं मिला है. बहुत से राजनीतिक दलों ने मुसलमानों के वोट से सत्ता हासिल की लेकिन चुनाव के बाद किसी दल ने मुसलमानों से किए वादे पूरे नहीं किए.
उन्होंने कहा कि मैं शहर के उन युवकों को बधाई देता हूं, जिन्होंने हिम्मत दिखाई और 6 साल से जो डर लेके वो बैठे थे उसे खत्म करके वो बाहर आए. सय्यद अहमद बुखारी ने कहा कि एहतेजाज करना हमारा संवैधानिक अधिकार है, लेकिन जिस प्रकार से एहतेजाज किया गया वो अफसोसनाक है.
उन्होंने कहा कि जामिया की घटना के बाद अब सीलमपुर मे हिंसा की खबर आ रही है. मैं नौजवानों से कहना चाहता हूं कि ये तरीका सही नहीं है. उन्होंने कहा कि हमें इस तरीके को बदलना होगा. अहमद ने कहा कि मैं ये नहीं चाहता कि कल को कोई कहे कि इमाम की वजह से 10 नौजवान हिंसा मे मर गए. मैं चाहता हूं कि एहतेजाज हो लेकिन कंट्रोल में जज्बात हो. उन्होंने कहा कि लोग कंट्रोल में अपनी बात को रखें.