नई दिल्ली: राजधानी में कोरोना संकट के बीच शहीद भगत सिंह सेवा दल करीब 2 महीने से कोरोना वॉरियर्स बनकर फ्री एंबुलेंस सेवा प्रदान कर रहा है. सेवा दल दिन-रात कोरोना संक्रमित मरीजों को अस्पताल से घर और घर से अस्पताल के साथ क्वारंटाइन सेंटर ले जाने काम कर रहे हैं, लेकिन दिल्ली में कोरोना की रफ्तार इतनी तेज हो चुकी है कि अब स्वास्थ्य सेवाएं भी चरमराने लगी हैं. अब एंबुलेंस मरीजों से अधिक शवों को ले जा रही हैं.
'मरीज कम और लाशें ज्यादा'
कोरोना की दस्तक होने के बाद से ही शहीद भगत सिंह सेवा दल कोरोना के संक्रमित मरीजों की सेवा में जुटा हुआ है. इस समय जब अपने भी कोरोना संक्रमित के शव को हाथ नहीं लगाते ऐसे समय में शहीद भगत सिंह सेवा दल कोरोना से मरने वालों के शवों को श्मशानघाट पहुंचाने का काम कर रहा है, लेकिन सेवादार जितेंद्र संटी बताते हैं कि लगातार दिन और रात हमारी एंबुलेंस कोरोना महामारी के दौरान मरीजों की सेवा में जुटी हैं, लेकिन स्वास्थ्य सेवाएं और अस्पतालों की हालत इतनी बदतर हो चुकी है. उनका कहना है कि अब मरीज कम और लाशें ज्यादा ढोनी पड़ रही हैं.