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नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ SDPI का जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन - एसडीपीआई का विरोध प्रदर्शन

नागरिकता संशोधन बिल-2019 के विरोध में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान एसडीपीआई के नेताओं ने कहा कि ये बिल असंवैधानिक है.

SDPI protests at Jantar Mantar against Citizenship Amendment Bill
नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ SDPI का प्रदर्शन
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Published : Dec 6, 2019, 9:48 AM IST

नई दिल्ली: केन्द्रीय मंत्रिमंडल से नागरिकता संशोधन विधेयक पास होने के बाद से विरोध शुरू हो गया है. लोकसभा में पेश होने से पहले ही एसडीपीआई ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया और इस बिल को असंवैधानिक करार दिया.

नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ SDPI का प्रदर्शन


'धर्म की बुनियाद पर लाया जा रहा बिल'
SDPI के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शरफुद्दीन ने कहा कि साल 2016 में भी सरकार ने ये बिल लाने की कोशिश की थी लेकिन वो फेल हो गई थी. ये बिल धर्म की बुनियाद पर लाया जा रहा है. ये पूरी तरह से असंवैधानिक हैं. हम सभी विपक्षी दलों से अपील करते हैं कि इस बिल का पुरजोर विरोध करें.


'हिन्दुओं का धर्मशाला बनाना चाहती सरकार'
SDPI के राष्ट्रीय महासचिव तस्लीम रहमानी ने कहा कि सरकार भारत को हिन्दुओं का धर्मशाला बनाना चाहती है. ये सरकार सांप्रदायिकता की नीति पर चल रही है. भारत के पड़ोसी देश सिर्फ चीन और पाकिस्तान ही नहीं हैं बल्कि श्रीलंका, बांग्लादेश और म्यांमार जैसे देश भी हैं, जहां सभी धर्मों के लोग रहते हैं. दुनिया के किसी भी देश में इस तरह की नागरिकता नहीं है, ये बिल्कुल यहूदियों की तरह है, जिन्हें कहा गया था कि वो इजरायल में जाकर बस जाएं.

नई दिल्ली: केन्द्रीय मंत्रिमंडल से नागरिकता संशोधन विधेयक पास होने के बाद से विरोध शुरू हो गया है. लोकसभा में पेश होने से पहले ही एसडीपीआई ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया और इस बिल को असंवैधानिक करार दिया.

नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ SDPI का प्रदर्शन


'धर्म की बुनियाद पर लाया जा रहा बिल'
SDPI के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शरफुद्दीन ने कहा कि साल 2016 में भी सरकार ने ये बिल लाने की कोशिश की थी लेकिन वो फेल हो गई थी. ये बिल धर्म की बुनियाद पर लाया जा रहा है. ये पूरी तरह से असंवैधानिक हैं. हम सभी विपक्षी दलों से अपील करते हैं कि इस बिल का पुरजोर विरोध करें.


'हिन्दुओं का धर्मशाला बनाना चाहती सरकार'
SDPI के राष्ट्रीय महासचिव तस्लीम रहमानी ने कहा कि सरकार भारत को हिन्दुओं का धर्मशाला बनाना चाहती है. ये सरकार सांप्रदायिकता की नीति पर चल रही है. भारत के पड़ोसी देश सिर्फ चीन और पाकिस्तान ही नहीं हैं बल्कि श्रीलंका, बांग्लादेश और म्यांमार जैसे देश भी हैं, जहां सभी धर्मों के लोग रहते हैं. दुनिया के किसी भी देश में इस तरह की नागरिकता नहीं है, ये बिल्कुल यहूदियों की तरह है, जिन्हें कहा गया था कि वो इजरायल में जाकर बस जाएं.

Intro:
नागरिकता संशिधन बिल 2019 को केंद्रीय मंत्री मंडल में पास कर दिया गया है।अब इसे लोक सभा और राज्य सभा मे पेश किया जाएगा।कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है।आज दिल्ली के जंतर मंतर पर सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया sdpi ने cab के विरोध में धरना प्रदर्शन किया।Body:नागरिकता संशिधन बिल 2019 SDPI का जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन

नई दिल्ली।
नागरिकता संशिधन बिल 2019 को केंद्रीय मंत्री मंडल में पास कर दिया गया है।अब इसे लोक सभा और राज्य सभा मे पेश किया जाएगा।कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है।आज दिल्ली के जंतर मंतर पर सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया sdpi ने cab के विरोध में धरना प्रदर्शन किया।सैकड़ो लोगो ने सरकार के इस कदम पर बिल विरोधी नारे लगाए।

नागरिकता संशोधन बिल असंवेधानिक
Sdpi के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शरफुद्दीन ने कहा कि 2016 मे भी सरकार ये बिल लाई थी जो फैल हो गया था ये बिल धर्म की बुनियाद पर लाया जा रहा है जो असंवेधानिक है sdpi इसका विरोध करता है और सभी विपक्षी दलो से ये आग्रह करती है कि वह एकजुटता के साथ इसका विरोध करें।

सरकार भारत को हिन्दुओ की धर्म शाला बनाना चाहती है
एस डी पी आई के राष्ट्रीय महासचिव तस्लीम रहमानी ने कहा कि सरकार साम्प्रदायिकता के ट्रैक पर चल रही है वह भारत को सिर्फ हिन्दुओ की धर्म शाला बनाना चाहती है।उन्होंने कहा कि भारत के पड़ोसी देश सिर्फ पाकिस्तान और चीन ही नही है बल्कि बंगला देश,श्रीलंका,म्यांमार भी है जहां सभी धर्म के लोग रहते है विश्व के किसी देश मे इस तरह की नागरिकता नही है ये बिल्कुल यहूदियों के जैसा है जिन्हें कहा गया था कि वह इस्राईल में जाकर बस जाएं।Conclusion:विसुअल्स
बाइट
शरफुद्दीन sdpi उपाध्यक्ष
तस्लीम रहमानी sdpi राष्ट्रीय महासचिव


वसी उस्मानी
संवाददाता
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