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राइडर्स पर हमले सरेआम, राइड ऑफ लाइफ कैंपेन पर अल्प विराम

लोगों में अंगदान के प्रति जागरुकता फैलाने के मकसद से 'राइड ऑफ लाइफ' कैंपेन की शुरुआत की गई थी, लेकिन अब यह मुहिम ठप हो गई है, क्योंकि साइकिल चालकों से हाथापाई की घटनाएं बढ़ने लगी हैं. जिससे साइकिल राइडर्स काफी निराश हैं.

ride of life campaign on hold due to increasing attack on the riders
ride of life campaign on hold due to increasing attack on the riders
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Published : Oct 22, 2021, 4:33 PM IST

नई दिल्ली: अंगदान के प्रति जागरूकता फैलाने वाली कैंपेन 'राइड ऑफ लाइफ' में ठहराव आ गया है. साइकिल राइडिंग के दौरान साइकिल चालकों के साथ छीना-झपटी की बढ़ती घटनाओं ने साइकिल राइडर्स को काफी हतोत्साहित किया है. कैंपेन के दौरान कुछ बाइक सवार झपटमारों ने साइकिलिस्ट पर अचानक हमला कर उनके मोबाइल और दूसरे सामान छीन लिए. इस घटना में कई राइडर्स सड़क पर गिर गए, जिससे उनको काफी गंभीर चोटें आई हैं. पुलिस थाने में इसकी शिकायत भी की गई, लेकिन साइकिल सवारों की सुरक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया.

'राइड ऑफ लाइफ' के फाउंडर राजीव मैखुरी ने बताया कि साइकिल राइडिंग के दौरान साइकिल चालकों की सुरक्षा एक चिंता का विषय है. 'राइड ऑफ लाइफ' के साइकिल राइडर्स ने करीब एक महीने से उन पर हो रहे हमलों के बाद राइडिंग कम कर दी है. इसलिए कैंपेन में ठहराव सा आ गया है.

साइकिल राइडर्स निराश

राजीव बताते हैं कि दिल्ली-NCR के जितने भी साइकिल राइडर्स हैं, उनके साथ राइडिंग के दौरान छीना-झपटी और चोट-चपेट के मामले बढ़ गए हैं. दुखद यह है कि इस मामले में शिकायत के बावजूद पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है. राजीव ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर और ट्रैफिक पुलिस कमिश्नर से अपील की है, कि वह दिल्ली-NCR के साइकिल राइडर्स को सुरक्षा प्रदान करें. जो भी लोग राइडिंग के दौरान इनके साथ छीना-झपटी की वारदात को अंजाम देते हैं, उन्हें कड़ी सजा दिलाएं. इससे साइकिल राइडर्स में सुरक्षा की भावना जगेगी और राइड में जो ठहराव आया है, वह खत्म होगा, जिससे यह फिर से रफ्तार पकड़ सकेगी.

यह भी पढ़ें- विश्व अंगदान दिवस पर राइड ऑफ लाइफ मना रहा ऑर्गन डोनेशन वीक


राजीव ने बताया कि छीना-झपटी के दौरान जब साइकिल चालकों पर हमला होता है, तो उन्हें काफी गहरी चोटें भी आती हैं. ऐसे में हमारे मन में एक डर बैठ गया है, क्योंकि साइकिल राइडिंग के दौरान होने वाले इंजरीज काफी गंभीर किस्म की होती हैं.

राजीव ने पुलिस अधिकारियों से इस मामले में कार्रवाई की मांग करते हुए कहा, कि हम लोग राइडर्स हैं. लोगों की फिजिकल फिटनेस को हम प्रमोट करना चाहते हैं, क्योंकि साइकिल राइडिंग से न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि हर रोज पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों का बोझ भी कम होगा. साइकिल राइडिंग से फिटनेस तो बढ़ेगी ही पैसों की भी बचत होगी, लेकिन यह तभी होगा, जब राइडर्स में सुरक्षा की भावना जगेगी और इसको लेकर केवल पुलिस अधिकारी ही उनमें भरोसा जगा सकते हैं.

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नई दिल्ली: अंगदान के प्रति जागरूकता फैलाने वाली कैंपेन 'राइड ऑफ लाइफ' में ठहराव आ गया है. साइकिल राइडिंग के दौरान साइकिल चालकों के साथ छीना-झपटी की बढ़ती घटनाओं ने साइकिल राइडर्स को काफी हतोत्साहित किया है. कैंपेन के दौरान कुछ बाइक सवार झपटमारों ने साइकिलिस्ट पर अचानक हमला कर उनके मोबाइल और दूसरे सामान छीन लिए. इस घटना में कई राइडर्स सड़क पर गिर गए, जिससे उनको काफी गंभीर चोटें आई हैं. पुलिस थाने में इसकी शिकायत भी की गई, लेकिन साइकिल सवारों की सुरक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया.

'राइड ऑफ लाइफ' के फाउंडर राजीव मैखुरी ने बताया कि साइकिल राइडिंग के दौरान साइकिल चालकों की सुरक्षा एक चिंता का विषय है. 'राइड ऑफ लाइफ' के साइकिल राइडर्स ने करीब एक महीने से उन पर हो रहे हमलों के बाद राइडिंग कम कर दी है. इसलिए कैंपेन में ठहराव सा आ गया है.

साइकिल राइडर्स निराश

राजीव बताते हैं कि दिल्ली-NCR के जितने भी साइकिल राइडर्स हैं, उनके साथ राइडिंग के दौरान छीना-झपटी और चोट-चपेट के मामले बढ़ गए हैं. दुखद यह है कि इस मामले में शिकायत के बावजूद पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है. राजीव ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर और ट्रैफिक पुलिस कमिश्नर से अपील की है, कि वह दिल्ली-NCR के साइकिल राइडर्स को सुरक्षा प्रदान करें. जो भी लोग राइडिंग के दौरान इनके साथ छीना-झपटी की वारदात को अंजाम देते हैं, उन्हें कड़ी सजा दिलाएं. इससे साइकिल राइडर्स में सुरक्षा की भावना जगेगी और राइड में जो ठहराव आया है, वह खत्म होगा, जिससे यह फिर से रफ्तार पकड़ सकेगी.

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राजीव ने बताया कि छीना-झपटी के दौरान जब साइकिल चालकों पर हमला होता है, तो उन्हें काफी गहरी चोटें भी आती हैं. ऐसे में हमारे मन में एक डर बैठ गया है, क्योंकि साइकिल राइडिंग के दौरान होने वाले इंजरीज काफी गंभीर किस्म की होती हैं.

राजीव ने पुलिस अधिकारियों से इस मामले में कार्रवाई की मांग करते हुए कहा, कि हम लोग राइडर्स हैं. लोगों की फिजिकल फिटनेस को हम प्रमोट करना चाहते हैं, क्योंकि साइकिल राइडिंग से न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि हर रोज पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों का बोझ भी कम होगा. साइकिल राइडिंग से फिटनेस तो बढ़ेगी ही पैसों की भी बचत होगी, लेकिन यह तभी होगा, जब राइडर्स में सुरक्षा की भावना जगेगी और इसको लेकर केवल पुलिस अधिकारी ही उनमें भरोसा जगा सकते हैं.

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