नई दिल्ली : प्रदूषण (Pollution In Delhi) को कम करने की दिशा में दिल्ली सरकार एक बार फिर रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ (Red Ligh On Gaddi Off) अभियान शुरू करने जा रही है. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Environment Minister Gopal Rai) ने कहा है कि 18 अक्टूबर से इसकी शुरुआत हो रही है, जिसके तहत दिल्ली के कुल 100 चौराहों पर 2.5 हजार वॉलेंटियर्स लोगों को जागरूक करेंगे. पर्यावरण मंत्री ने लोगों से इसमें हिस्सा लेने की अपील की है.
गुरुवार को एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण को कम करने की दिशा में तमाम कोशिशें चलाई जा रही हैं. यहां एंटी डस्ट कैंपेन चल रहा है. पराली के समाधान के तौर पर पूसा के घोल का इस्तेमाल हो रहा है. अब वाहनों से जो प्रदूषण होता है उसे कम करने के लिए काम करना है. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों से अपील की थी. आज पर्यावरण विभाग के अधिकारियों के साथ ट्रैफिक पुलिस, सभी जिलों के एसडीएम और अन्य अधिकारियों की बैठक हुई है. अब रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ चैंपियन के लिए खाका तैयार किया गया है.
गोपाल राय ने कहा कि 18 अक्टूबर से पुलिस के अलग-अलग 13 जिलों में सिविल डिफेंस वालंटियर के माध्यम से यह कैंपेन किया जाएगा. इसमें 100 चौराहों पर कुल 2500 तैनात होंगे. पर्यावरण मंत्री ने कहा कि 10 बड़े बड़े चौराहे पर यहां 20-20 वालेंटियर तैनात किए जाएंगे तो वही बचे 90 चौराहों पर 10-10 वालेंटियर होंगे. यह लोग सुबह 8:00 बजे से शाम 8:00 बजे तक दो शिफ्ट में काम करेंगे और लोगों को इस अभियान के प्रति जागरूक करेंगे. उन्होंने कहा कि यहां मुख्यमंत्री की अपील को पर्चे के माध्यम से लोगों के बीच दिया जाएगा. वालंटियर प्ले कार्ड लेकर भी खड़े होंगे. इसके साथ ही अन्य लोगों, जिनमें RWA, क्लब और संगठन हैं, से संपर्क किया जा रहा है.
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गोपाल राय ने कहा कि पीसीआरए की रिसर्च कहती है कि रेड लाइट पर गाड़ी बंद करने से 15 से 20 फीसदी प्रदूषण कम किया जा सकता है. वहीं इससे ढाई हजार करोड़ रुपये बचाए जा सकते हैं. ऐसे में दिल्ली में प्रदूषण कम करने के साथ यह पैसे की भी बचत होगी लोगों से अपील है कि इसमें मदद करें. गोपाल राय नई दिल्ली के लोगों से इस अभियान में हिस्सा लेने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि टीचर और वकीलों के साथ अन्य जो लोग सरकारी विभागों में काम करते हैं वह बड़े स्तर पर इसमें हिस्सा लें ताकि लोग जागरूक हों.
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