नई दिल्ली : आईबी में लंबे समय तक काम कर चुके एक बुजुर्ग ने नाबालिग से दुष्कर्म किया. इसके बाद उसने आईबी के तौर-तरीके का इस्तेमाल दो महीने तक छिपने के लिए किया. पुलिस से बचने के लिए वह कभी अस्पताल में मरीज बन कर रहा तो कभी मंदिर में आवारागर्द बनकर, लेकिन दो महीनों से तलाश में दबिश दे रही पुलिस ने आखिरकार उसे गिरफ्तार कर लिया है.
मध्य जिला डीसीपी श्वेता चौहान के अनुसार, आठ मार्च को करोल बाग में एक व्यक्ति ने अपनी नाबालिग बेटी से दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई थी. उसने बताया कि लगभग 7 साल पहले आईबी के एक अधिकारी से उसकी दोस्ती हुई थी. उसने कुछ समय पहले यह दावा किया कि उसकी बेटी की वह नौकरी लगवा देगा. नौकरी लगवाने की बात कह वह मोती बाग इलाके से उसकी बेटी को अपने साथ लेकर गया था. वह उसे करोल बाग के एक होटल में ले गया, जहां उसके साथ दुष्कर्म किया. इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गया. किशोरी ने घर लौटकर घटना के बारे में परिजनों को बताया, जिसके बाद इस बाबत FIR दर्ज की गई.
इस मामले की जांच एसीपी विदुषी कौशिक की देखरेख में SHO मनीष जोशी और एसआई प्रीति की टीम ने शुरू की. पुलिस टीम ने उसके सरकारी और निजी आवास पर छापेमारी की लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा. आईबी में लंबे समय तक काम करने के चलते वह पुलिस को लगातार चकमा दे रहा था. पुलिस टीम भी लगातार टेक्निकल सर्विलांस के जरिए उसके बारे में जानकारी जुटा रही थी. पुलिस को पता चला कि बीते 9 महीने के दौरान वह 18 IMEI और तीन मोबाइल फोन इस्तेमाल कर चुका है. इसकी मदद से पुलिस लगातार उस पर सर्विलांस रख रही थी.
हाल ही में पुलिस को पता चला कि वह वसंत विहार के पार्क में हो सकता है. इस जानकारी पर पुलिस टीम ने वसंत विहार के उस पार्क को चारों तरफ से घेर लिया. इसके मेन गेट पर पुलिस टीम तैनात कर दी गई ताकि वह बाहर न भाग सके. पुलिस टीम जब अंदर दाखिल हुई तो पार्क के भीतर आरोपी उन्हें मिल गया. पुलिस टीम ने उसे वहां से गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के दौरान उसने पुलिस के समक्ष अपना गुनाह कबूल कर लिया. पूछताछ में पुलिस को पता चला कि आरोपी आईबी में एसीआईओ-2 के पद पर तैनात रहा है. कुछ ही समय पहले यह आईबी से सेवानिवृत्त हुआ था, लेकिन उसे 2 साल का एक्सटेंशन मिल गया था. पुलिस को यह भी पता चला कि आरोपी पुलिस से बचने के लिए वह तरकीब अपना रहा था जो खुफिया विभाग आमतौर पर अपने ऑपरेशन के दौरान अपनाती है.
नाबालिग से दुष्कर्म का आरोपी आईबी अधिकारी गिरफ्तार, पुलिस को दे रहा था चकमा
पुलिस टीम ने उसके सरकारी और निजी आवास पर छापेमारी की लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा. आईबी में लंबे समय तक काम करने के चलते वह पुलिस को लगातार चकमा दे रहा था. पुलिस टीम भी लगातार टेक्निकल सर्विलांस के जरिए उसके बारे में जानकारी जुटा रही थी. पुलिस को पता चला कि बीते 9 महीने के दौरान वह 18 IMEI और तीन मोबाइल फोन इस्तेमाल कर चुका है. इसकी मदद से पुलिस लगातार उस पर सर्विलांस रख रही थी.
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नई दिल्ली : आईबी में लंबे समय तक काम कर चुके एक बुजुर्ग ने नाबालिग से दुष्कर्म किया. इसके बाद उसने आईबी के तौर-तरीके का इस्तेमाल दो महीने तक छिपने के लिए किया. पुलिस से बचने के लिए वह कभी अस्पताल में मरीज बन कर रहा तो कभी मंदिर में आवारागर्द बनकर, लेकिन दो महीनों से तलाश में दबिश दे रही पुलिस ने आखिरकार उसे गिरफ्तार कर लिया है.
मध्य जिला डीसीपी श्वेता चौहान के अनुसार, आठ मार्च को करोल बाग में एक व्यक्ति ने अपनी नाबालिग बेटी से दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई थी. उसने बताया कि लगभग 7 साल पहले आईबी के एक अधिकारी से उसकी दोस्ती हुई थी. उसने कुछ समय पहले यह दावा किया कि उसकी बेटी की वह नौकरी लगवा देगा. नौकरी लगवाने की बात कह वह मोती बाग इलाके से उसकी बेटी को अपने साथ लेकर गया था. वह उसे करोल बाग के एक होटल में ले गया, जहां उसके साथ दुष्कर्म किया. इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गया. किशोरी ने घर लौटकर घटना के बारे में परिजनों को बताया, जिसके बाद इस बाबत FIR दर्ज की गई.
इस मामले की जांच एसीपी विदुषी कौशिक की देखरेख में SHO मनीष जोशी और एसआई प्रीति की टीम ने शुरू की. पुलिस टीम ने उसके सरकारी और निजी आवास पर छापेमारी की लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा. आईबी में लंबे समय तक काम करने के चलते वह पुलिस को लगातार चकमा दे रहा था. पुलिस टीम भी लगातार टेक्निकल सर्विलांस के जरिए उसके बारे में जानकारी जुटा रही थी. पुलिस को पता चला कि बीते 9 महीने के दौरान वह 18 IMEI और तीन मोबाइल फोन इस्तेमाल कर चुका है. इसकी मदद से पुलिस लगातार उस पर सर्विलांस रख रही थी.
हाल ही में पुलिस को पता चला कि वह वसंत विहार के पार्क में हो सकता है. इस जानकारी पर पुलिस टीम ने वसंत विहार के उस पार्क को चारों तरफ से घेर लिया. इसके मेन गेट पर पुलिस टीम तैनात कर दी गई ताकि वह बाहर न भाग सके. पुलिस टीम जब अंदर दाखिल हुई तो पार्क के भीतर आरोपी उन्हें मिल गया. पुलिस टीम ने उसे वहां से गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के दौरान उसने पुलिस के समक्ष अपना गुनाह कबूल कर लिया. पूछताछ में पुलिस को पता चला कि आरोपी आईबी में एसीआईओ-2 के पद पर तैनात रहा है. कुछ ही समय पहले यह आईबी से सेवानिवृत्त हुआ था, लेकिन उसे 2 साल का एक्सटेंशन मिल गया था. पुलिस को यह भी पता चला कि आरोपी पुलिस से बचने के लिए वह तरकीब अपना रहा था जो खुफिया विभाग आमतौर पर अपने ऑपरेशन के दौरान अपनाती है.