नई दिल्ली : साउथ दिल्ली के अंबेडकर नगर पुलिस थाना के बाहर सोमवार को कुछ लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. पुलिस थाने के बाहर लोगों का यह प्रदर्शन 50 वर्षीय योगेश गुप्ता की मौत के विरोध में था. मृतक योगेश के परिजनों ने अंबेडकर नगर पर योगेश की हत्या करने का आरोप लगाया है.
परिजनों ने बताया कि पुलिस रविवार को 50 वर्षीय योगेश गुप्ता को थाने लेकर आई थी, जिसके बाद पुलिस ने न तो योगेश के बारे में उन्हें कोई सूचना दी और न ही उनको मिलने दिया गया. शाम को अचानक पुलिस थाने से फोन आया कि उनके पिता की डेड बॉडी ओल्ड फरीदाबाद रेलवे स्टेशन के पास मिली है. परिजनों ने दिल्ली पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया है.
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घटना के बाद सोमवार सुबह अंबेडकर थाने के बाहर लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और दिल्ली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए. मृतक के बेटे ने कहा कि दिल्ली पुलिस के बीट इंचार्ज और कॉन्स्टेबल उनके पिता को थाने लाए थे, जिसके बाद उनसे न मिलने दिया गया और जब अपने पिता को दवा देने के लिए थाने गए तो पुलिस ने मिलने से मना कर दिया और शाम को आने को कहा. मृतक के परिजन जब शाम को पुलिस थाने पहुंचे तो पता चला कि उनके पिता को 2 घंटे पहले ही पुलिस ने छोड़ दिया है. इसके बाद मृतक के परिजनों ने उन्हें खोजा, लेकिन कोई पता नहीं चला. इसके बाद शाम को पुलिस थेने से फोन आया कि आपके पिता का शव ओल्ड फरीदाबाद रेलवे स्टेशन के पास मिला है.
पुलिस का कहना है कि अंबेडकर नगर थाने में योगेश के शिलाफ शिकायत थी कि योगेश गुप्ता एक कमेटी चलाता है. इस कमेटी में रहते हुए उसने 12 लाख से अधिक रुपयों का गबन किया था और कमेटी के सदस्यों का भी पैसा नहीं दिया था. योगेश के खिलाफ शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज किया गया था. पुलिस पूछताछ के लिए योगेश गुप्ता को थाने लेकर आई थी. पूछताछ के बाद पुलिस ने योगेश को शाम 8 बजे छोड़ दिया था, जिसके बाद शाम को ओल्ड फरीदाबाद रेलवे स्टेशन पर योगेश ने ट्रेन के सामने कूदकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली, जिसकी सूचना पुलिस ने मृतक के परिजनों को दी. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.