नई दिल्ली: कोरोना वायरस अब भारत मे तीसरे चरण में पहुंच चुका जिसके बाद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च रविवार के दिन देश भर के आम लोगों से जनता कर्फ्यू लगाने का आग्रह किया है. जिसके बाद शनिवार शाम को राजधानी दिल्ली के ज्यादातर इलाको में राशन और दूध की डेरियों पर काफी भीड़ दिखाई दी. जिसके बाद शाम से ही लोगों मे दूध लेने के लिए होड़ सी लग गयी और देखते ही देखते थोड़ी देर में ही दुकानों और डेरियों से दूध गयाब हो गया और लोगों को काफी परेशनी हुई.
डोरियों में लगी लम्बी लाइनें
आप को बता दें कि दिल्ली के मंगोल पुरी इलाके में जहां रात तक दूध की डेरियों पर लम्बी लाइनें लगी थी. वही जब इस बारे में लोगों से बात की गई तो लोगों ने बताया कि दुकानों पर दूध नहीं मिल रहा है और घर मे बच्चे परेशान हो रहे हैं. वहीं दुकानदारों ने भी बताया कि लोगों ने ओर दिनों से ज्यादा दूध खरीद लिया है. जो लोग एक किलो दूध लेते थे, वो आज 2 से 3 किलो ले गए हैं. अब ऐसे में हमारे पास दूध का स्टॉक रहता था, पर शाम 7 बजे तक ही सारा दूध खम हो गया है.
जनता कर्फ्यू लगाने का आव्हान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को जनता से जनता कर्फ्यू लगाने का आव्हान किया है. जिसके बाद से सभी दुकान बंद रहेंगी और ट्रांसपोर्टेशन भी ना के बराबर चलेगा. लोगों ने भी मन बना लिया कि वह पूरा 1 दिन घर के अंदर ही रहेंगे और बाहर नहीं निकलेंगे . इस तरीके का आव्हान करने के बाद अब लोगों में डर का माहौल भी बन गया है और यहां लोग राशन और रोजमर्रा की चीजों को अपने घर में स्टॉक करने में लग गए हैं .आज दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में भी दुकानों में भारी भीड़ देखने को मिली.
महज एक दिन
अब सोचने वाली बात है कि महज एक दिन के जनता कर्फ़्यू में ये हाल है अगर कहीं इसकी समय सीमा बढ़ा दी गयी तो फिर क्या होगा. जबकि प्रधानमंत्री ने कहा था कि लोगों को राशन और दूध दवाईयों की कोई परेशानी नहीं होगी और न ही ऐसे सामानों की सप्लाई कभी रोकी जाएगी.