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कोरोना: डॉक्टरों के संक्रमित होने से मरीज खौफजदा, खाली पड़े मोहल्ला क्लीनिक

पिछले कुछ दिनों से लोगों का इलाज कर रहे डॉक्टर, नर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ की भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने की खबरें आ रही हैं. ऐसी ही खबर मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर की भी आई है. इससे लोगों के मन में डर बैठ गया है और अस्पताल या मोहल्ला क्लीनिक में जाने को पूरी तरह नजरअंदाज करने लगे हैं.

Patients fearful due to doctors getting infected by Corona virus Mohalla clinic lying empty
कोरोना वायरस संक्रमण खाली मोहल्ला क्लीनिक कोरोना से जंग मोहल्ला क्लीनिक प्राइवेट क्लीनिक कोरोना का खौफ कोरोना संक्रमित डॉक्टर
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Published : Apr 2, 2020, 3:37 PM IST

नई दिल्ली: पूरा देश इन दिनों कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहा है. तमाम एहतियात बरतने के बावजूद दिन पर दिन कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है. वहीं मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर कोरोना से संक्रमित पाए जाने से लोग बहुत डर गए हैं. इसके बाद लोगों ने क्लीनिक ही आना बंद कर दिया है.

मोहल्ला क्लीनिकों में पसरा सन्नाटा

मोहल्ला क्लीनिकों में पसरा सन्नाटा

दिल्ली के रणहौला और शिव विहार जैसे कई जगहों पर जहां कई निजी क्लीनिक बंद हो गए हैं, वहीं अब मोहल्ला क्लीनिक सुनसान पड़े हुए हैं. इनमें इलाज के लिए आने वाले मरीजों की तादाद बहुत कम हो गई है. अभी तक जहां आम लोग कोरोना के संक्रमण से प्रभावित हो रहे थे.

वहीं पिछले कुछ दिनों से लोगों का इलाज कर रहे डॉक्टर, नर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ की भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने की खबरें आ रही हैं. ऐसी ही खबर मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर की भी आई है. मोहल्ला क्लीनिक में मरीजों का इलाज करते हुए कोरोना संक्रमित मरीज के संपर्क में आने से डॉक्टर खुद कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए.

'कहीं कोई संक्रमण न हो जाए'

इन घटनाओं से स्थानीय लोग इतने खौफजदा हो गए हैं कि वे अब अपना इलाज करने के लिए अस्पताल जाने से भी कतराने लगे हैं. जहां पहले छोटी-मोटी तकलीफ होने पर लोग मोहल्ला क्लीनिक में दवा लेने पहुंच जाते थे और वहां उनका तांता लगा रहता था.

वहीं अब क्लीनिक में सिर्फ इक्का-दुक्का मरीज ही देखने को मिलते हैं. इसको लेकर ईटीवी भारत ने वहां मौजूद मरीज से बात की. बातचीत में मरीज ने बताया कि अब अस्पताल आते भी डर लगता है कि कहीं कोई संक्रमण न हो जाए. इसीलिए छोटी-मोटी तकलीफ सहकर घर बैठना ज्यादा बेहतर है.


दबाव में बंद हुए निजी क्लीनिक

स्थानीय इलाकों के कई छोटे-मोटे क्लीनिक भी बंद कर दिए गए हैं. इसको लेकर निजी क्लीनिक के मालिकों का कहना है कि इलाके में क्लीनिक को लेकर लोगों ने आपत्ति जताई है. इसलिए लोगों के दबाव में क्लीनिक बंद करना पड़ा. क्लीनिक को लेकर स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर यहां कोई कोरोना से संक्रमित मरीज आता है तो आसपास के लोगों में भी संक्रमण फैलने के आसार बढ़ जाएंगे.


लॉक डाउन पीरियड चल रहा है. इसलिए क्लीनिक बंद हो जाने से लोगों को खासी परेशानी भी हो रही है. सड़कों पर वाहन बहुत ही कम दिखाई देते हैं. ऐसे में किसी को भी कोई तकलीफ होती है तो वह कहां जाए, किस अस्पताल का रुख करें. यह चिंता का बहुत बड़ा विषय बन गया है.

नई दिल्ली: पूरा देश इन दिनों कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहा है. तमाम एहतियात बरतने के बावजूद दिन पर दिन कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है. वहीं मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर कोरोना से संक्रमित पाए जाने से लोग बहुत डर गए हैं. इसके बाद लोगों ने क्लीनिक ही आना बंद कर दिया है.

मोहल्ला क्लीनिकों में पसरा सन्नाटा

मोहल्ला क्लीनिकों में पसरा सन्नाटा

दिल्ली के रणहौला और शिव विहार जैसे कई जगहों पर जहां कई निजी क्लीनिक बंद हो गए हैं, वहीं अब मोहल्ला क्लीनिक सुनसान पड़े हुए हैं. इनमें इलाज के लिए आने वाले मरीजों की तादाद बहुत कम हो गई है. अभी तक जहां आम लोग कोरोना के संक्रमण से प्रभावित हो रहे थे.

वहीं पिछले कुछ दिनों से लोगों का इलाज कर रहे डॉक्टर, नर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ की भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने की खबरें आ रही हैं. ऐसी ही खबर मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर की भी आई है. मोहल्ला क्लीनिक में मरीजों का इलाज करते हुए कोरोना संक्रमित मरीज के संपर्क में आने से डॉक्टर खुद कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए.

'कहीं कोई संक्रमण न हो जाए'

इन घटनाओं से स्थानीय लोग इतने खौफजदा हो गए हैं कि वे अब अपना इलाज करने के लिए अस्पताल जाने से भी कतराने लगे हैं. जहां पहले छोटी-मोटी तकलीफ होने पर लोग मोहल्ला क्लीनिक में दवा लेने पहुंच जाते थे और वहां उनका तांता लगा रहता था.

वहीं अब क्लीनिक में सिर्फ इक्का-दुक्का मरीज ही देखने को मिलते हैं. इसको लेकर ईटीवी भारत ने वहां मौजूद मरीज से बात की. बातचीत में मरीज ने बताया कि अब अस्पताल आते भी डर लगता है कि कहीं कोई संक्रमण न हो जाए. इसीलिए छोटी-मोटी तकलीफ सहकर घर बैठना ज्यादा बेहतर है.


दबाव में बंद हुए निजी क्लीनिक

स्थानीय इलाकों के कई छोटे-मोटे क्लीनिक भी बंद कर दिए गए हैं. इसको लेकर निजी क्लीनिक के मालिकों का कहना है कि इलाके में क्लीनिक को लेकर लोगों ने आपत्ति जताई है. इसलिए लोगों के दबाव में क्लीनिक बंद करना पड़ा. क्लीनिक को लेकर स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर यहां कोई कोरोना से संक्रमित मरीज आता है तो आसपास के लोगों में भी संक्रमण फैलने के आसार बढ़ जाएंगे.


लॉक डाउन पीरियड चल रहा है. इसलिए क्लीनिक बंद हो जाने से लोगों को खासी परेशानी भी हो रही है. सड़कों पर वाहन बहुत ही कम दिखाई देते हैं. ऐसे में किसी को भी कोई तकलीफ होती है तो वह कहां जाए, किस अस्पताल का रुख करें. यह चिंता का बहुत बड़ा विषय बन गया है.

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