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अब नई तकनीकी से होगा जबड़े का ऑपरेशन, एम्स दे रहा देश के 60 डॉक्टरों को ट्रेनिंग - अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान

अखिल भारतीय विज्ञान संस्थान में इन दिनों ओरल हेल्थ को लेकर वर्कशॉप चल रही है. जिसमें की विशेष तौर पर इस परेशानी को लेकर ट्रेनिंग दी जा रही है. देश के अलग-अलग इलाकों से आए डॉक्टरों की लाइव सर्जरी देखकर अपने अस्पतालों में भी इसका उपचार करेंगे.

Now jaw operation will done with new technology
एम्स अस्पताल के डॉक्टर
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Published : Feb 17, 2020, 8:05 PM IST

नई दिल्ली: दांतो के जबड़े में चोट लगने के बाद अगर आपका मुंह नहीं खुलता है, तो अब अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान नई तकनीक का उपयोग करके आप की इस परेशानी को दूर कर सकता है. एम्स ऐसे कई मरीजों पर नई तकनीक का उपयोग करके सफल ऑपरेशन कर चुका है. देश के अलग-अलग डॉक्टरों को इसकी वर्कशॉप दी जा रही है.

एम्स अस्पताल के डॉक्टर
देश के 60 डॉक्टर ले रहे ट्रेनिंगआपको बता दें कि अखिल भारतीय विज्ञान संस्थान में इन दिनों ओरल हेल्थ को लेकर वर्कशॉप चल रही है. जिसमें की विशेष तौर पर इस परेशानी को लेकर ट्रेनिंग दी जा रही है. देश के अलग-अलग इलाकों से आए डॉक्टरों की लाइव सर्जरी देखकर अपने अस्पतालों में भी इसका उपचार करेंगे. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान थे ओरल एंड मैक्सीलोफैसियल सर्जरी डिपार्टमेंट के हेड प्रोफेसर डॉक्टर अजय रॉयचौधरी ने बताया कि कई बार ऐसे के सामने आते हैं, जिसमें बच्चे बचपन में गिर जाते हैं जिसकी वजह से उनके जबड़े परेशानी आती है. बाद में यह परेशानी इस स्तर पर पहुंचा जाती है कि लोग अपना मुंह तक नहीं खोल पाते हैं. जिसकी वजह से सांस लेने में दिक्कत आती है कटिंग तकनीक का प्रयोग करके 3 डी प्रिंटिंग की मदद से ठीक सर्जरी की है.
Now jaw operation will done with new technology
जबड़ा


दिल्ली के किसी सरकारी अस्पताल में नहीं होती ऐसी सर्जरी
अहम बात यह है कि इस तरह की सर्जरी दिल्ली के किसी भी अस्पताल में नहीं होती है और यह बात खुद डॉ.अजय रॉय चौधरी ने मानी है. उनका कहना है कि एम्स लगातार ओरल हेल्थ को लेकर सर्च करता रहता है जिसके बाद में कटिंग तकनीक का प्रयोग करके सफल बनाया है. हमें लगातार प्रयास कर रहे हैं सभी अस्पतालों में किया जाए. अहम बात यह है कि एम्स में इस सर्जरी के लिए डेढ़ लाख रुपये का खर्चा आ रहा है.

फिलहाल एम्स के ओरल एन्ड मेक्सिलोफेशियल डिपार्टमेंट ने इस तकनीक के जरिये सफल सर्जरी की है.देखने वाली बात होगी कि जिस तरह से एम्स 60 डॉक्टरों को इसकी वर्क शॉप दे रहा है, उसके बाद अन्य राज्यो में इसका उपचार मरीजो को कितना लाभ दे पाता है.

नई दिल्ली: दांतो के जबड़े में चोट लगने के बाद अगर आपका मुंह नहीं खुलता है, तो अब अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान नई तकनीक का उपयोग करके आप की इस परेशानी को दूर कर सकता है. एम्स ऐसे कई मरीजों पर नई तकनीक का उपयोग करके सफल ऑपरेशन कर चुका है. देश के अलग-अलग डॉक्टरों को इसकी वर्कशॉप दी जा रही है.

एम्स अस्पताल के डॉक्टर
देश के 60 डॉक्टर ले रहे ट्रेनिंगआपको बता दें कि अखिल भारतीय विज्ञान संस्थान में इन दिनों ओरल हेल्थ को लेकर वर्कशॉप चल रही है. जिसमें की विशेष तौर पर इस परेशानी को लेकर ट्रेनिंग दी जा रही है. देश के अलग-अलग इलाकों से आए डॉक्टरों की लाइव सर्जरी देखकर अपने अस्पतालों में भी इसका उपचार करेंगे. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान थे ओरल एंड मैक्सीलोफैसियल सर्जरी डिपार्टमेंट के हेड प्रोफेसर डॉक्टर अजय रॉयचौधरी ने बताया कि कई बार ऐसे के सामने आते हैं, जिसमें बच्चे बचपन में गिर जाते हैं जिसकी वजह से उनके जबड़े परेशानी आती है. बाद में यह परेशानी इस स्तर पर पहुंचा जाती है कि लोग अपना मुंह तक नहीं खोल पाते हैं. जिसकी वजह से सांस लेने में दिक्कत आती है कटिंग तकनीक का प्रयोग करके 3 डी प्रिंटिंग की मदद से ठीक सर्जरी की है.
Now jaw operation will done with new technology
जबड़ा


दिल्ली के किसी सरकारी अस्पताल में नहीं होती ऐसी सर्जरी
अहम बात यह है कि इस तरह की सर्जरी दिल्ली के किसी भी अस्पताल में नहीं होती है और यह बात खुद डॉ.अजय रॉय चौधरी ने मानी है. उनका कहना है कि एम्स लगातार ओरल हेल्थ को लेकर सर्च करता रहता है जिसके बाद में कटिंग तकनीक का प्रयोग करके सफल बनाया है. हमें लगातार प्रयास कर रहे हैं सभी अस्पतालों में किया जाए. अहम बात यह है कि एम्स में इस सर्जरी के लिए डेढ़ लाख रुपये का खर्चा आ रहा है.

फिलहाल एम्स के ओरल एन्ड मेक्सिलोफेशियल डिपार्टमेंट ने इस तकनीक के जरिये सफल सर्जरी की है.देखने वाली बात होगी कि जिस तरह से एम्स 60 डॉक्टरों को इसकी वर्क शॉप दे रहा है, उसके बाद अन्य राज्यो में इसका उपचार मरीजो को कितना लाभ दे पाता है.

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