नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना के भयावह हालात के बीच सरकार ने मामलों की रफ्तार कम करने के लिए लॉकडाउन 10 मई तक बढ़ा दिया है. लोगों को कोरोना जैसी भयानक बीमारी से बचाने के लिए कुछ एहतियात बरतने के निर्देश भी दिए गए हैं, लेकिन दक्षिण दिल्ली के महरौली बस टर्मिनल में प्रशासन की उदासीनता सामने आई है, जहां यात्री भगवान भरोसे ही सफर करने को मजबूर हैं.
प्रशासन की उदासीनता
महरौली बस टर्मिनल पर दिल्ली सिविल डिफेंस या दिल्ली प्रशासन की तरफ से कोई भी ऐसा कर्मी नहीं था जो बस में चढ़ने वाले यात्रियों को सेनेटाइज और थर्मल स्क्रीनिंग कर सके. यात्रियों ने बताया कि उनके लिए ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है. ऐसे में वह सरकार से मांग करते हैं कि उनकी सुरक्षा का ध्यान रखा जाए.
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जान जोखिम में डाल कर रहे सफर
दिल्ली में हर दिन हजारों की संख्या में कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन बसों में प्रशासन की उदासीनता के चलते यात्री जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे हैं. महरौली टर्मिनल से दिल्ली के कोने-कोने में बसों की सर्विस है, लेकिन यहां प्रशासन पूरी तरह बेखबर है, जिसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ सकता है.