नई दिल्ली: साउथ दिल्ली के हौजरानी में मोहम्मद साहब की यौमे पैदाइश का जश्न घरों पर ही मनाया गया. साथ ही मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जगह-जगह नियाज कर गरीबों को खाना भी बांटा. वहीं नमाजे जुमा से पहले उलेमाओं ने भी नबी के बारे में बताकर उनकी सुन्नतों पर अमल करने को कहा. वहीं कोरोना काल होने के चलते जुलूसे मोहम्मदी नहीं निकाला गया.
'भाईचारे का पैगाम पूरी दुनिया में दिया'
बता दें कि मुस्लिमों ने घरों पर रहकर ही यौमे पैदाइश का जश्न मनाया. उलेमाओं ने मस्जिदों में हुजूर मोहम्मद साहब के बारे में बताया कि नबी ने इंसानियत के उसूलों पर चलने का सबक दिया है. मोहब्बत और आपसी भाईचारे का पैगाम पूरी दुनिया में नबी ने ही दिया है. उलेमाओं ने कहा कि मुस्लिम आपसी सदभाव से रहकर दीन एवं मुल्क की खिदमत करें.
इंसानियत के उसूलों पर चलने का सबक
साथ ही ऐसी चीजों से परहेज करें, जिससे इस्लाम ओर कौम पर धब्बा लगता हो. उन्होंने कहा कि नबी के बताये रास्ते पर चलेंगे, तो मुल्क एवं कौम दोनों को तरक्की मिलेगी. उलेमाओं ने खुदा से कोरोना वायरस से बचाने को भी दुआएं मांगी. वहीं ईद मिलादुन्नबी को लेकर पुलिस पूरी तरह से अलर्ट रही. साथ ही लोगों का यह भी कहना है कि कोरोना काल के चलते वे लोग इस बार जुलूस नहीं निकाल पाए.