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दिल्ली के इन पांच जिलों में हो रही लूटपाट की सबसे ज्यादा वारदात

कहने को तो दिल्ली देश की राजधानी है, लेकिन यहां अपराध भी कुछ कम नहीं होते. आज हम आपको अपनी रिपोर्ट के माध्यम से दिल्ली के उन पांच जिलों के हालात (Crime Report) बता रहे हैं, जहां आए दिन लूटपाट और अन्य आपराधिक मामले सामने आते रहते हैं.

दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना
दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना
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Published : Oct 18, 2021, 10:38 AM IST

नई दिल्ली : दिल्ली में बीते वर्ष के मुकाबले लूट की वारदातों (loot Incidents) में बढ़ोतरी हुई है. लूट की 45 फीसदी वारदातें केवल पांच जिलों में ही हुई हैं. वहीं, अन्य 10 जिलों में 55 फीसदी लूट की वारदातें हुई हैं. सबसे ज्यादा लूट के मामले उत्तर पूर्वी, दक्षिण, पूर्वी, बाहरी और बाहरी-उत्तरी जिला में हो रहे हैं. पुलिस कमिश्नर (Delhi Police Commissioner) ने इन जिलों के अधिकारियों को अपराध पर लगाम लगाने के लिए बेहतर कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.

जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना (Rakesh Asthana) ने नवनियुक्त छह जिला DCP सहित सभी 15 जिला डीसीपी की बैठक ली. इस बैठक में उन्होंने लूटपाट की घटनाओं को लेकर विस्तार से चर्चा की और उनसे लूट को रोकने के लिए उठाए जा रहे कदम के बारे में पूछा. बैठक में बताया गया कि दिल्ली में लूट की वारदातों में इजाफा हुआ है. इस वर्ष सात अक्टूबर तक दिल्ली में लूट की कुल 1662 वारदातें हुई हैं. वहीं, बीते साल इस अवधि के दौरान 1446 वारदातें हुई थीं.

पुलिस कमिश्नर ने सभी जिला डीसीपी को निर्देश दिए कि वह बिना किसी गड़बड़ी के मामलों को दर्ज करें और लूट को कम करने के लिए प्रयास करें. इस बैठक में पुलिस कमिश्नर को बताया गया कि दिल्ली में लूट के सबसे ज्यादा मामले उत्तर पूर्वी, दक्षिण, पूर्वी, बाहरी और बाहरी उत्तरी जिला में हुई हैं. उत्तर पूर्वी जिला में लूट की 174 वारदात बीते सात जनवरी तक हुई हैं. जबकि, बीते वर्ष इस अवधि के दौरान 167 लूट की वारदातें हुई थी. दक्षिणी जिला में लूट की 156 वारदातें हुई हैं. जबकि, बीते वर्ष लूट की 138 वारदातें हुई थी.

पूर्वी दिल्ली में 147 लूट हुई हैं. जबकि, बीते वर्ष 156 वारदातें हुई थी. आउटर दिल्ली में 144 वारदातें हुई हैं. जबकि, पिछले साल 107 वारदातें इस अवधि में हुई थी. वहीं आउटर नॉर्थ में 139 वारदातें हुई हैं. जबकि, बीते वर्ष 93 वारदातें हुई थी.

इसे भी पढ़ें: शराब तस्करों के खिलाफ सेंट्रल डिस्ट्रीक्ट में पुलिस का अभियान, 6710 क्वार्टर जब्त

पुलिस के अनुसार, 1662 लूट की वारदातों में 3140 आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार करने में कामयाब रही है. पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना की तरफ से सभी जिला डीसीपी को निर्देश दिए गए हैं कि वह FIR दर्ज करने में कोताही नहीं बरतें.

इसे भी पढ़ें: उत्तर-पूर्वी जिले में ऑपरेशन अंकुश के तहत 200 से ज्यादा आरोपी गिरफ्तार



पुलिस कमिश्नर ने थाने के साथ PCR को अटैच करने के बाद पहली बार उनके मौके पर पहुंचने के समय को लेकर भी जानकारी हासिल की. इसमें उन्हें पता चला कि बिंदापुर पुलिस स्टेशन से सबके लेट 12 बजकर 11 मिनट में PCR पहुंची है. समयपुर बादली स्टेशन में 11 बजकर 30 मिनट, जनकपुरी में 11 बजकर 11 मिनट और ओखला में 9 बजकर 56 मिनट में पीसीआर पहुंची है. उन्होंने इस समय अवधि में सुधार लाने के निर्देश दिए हैं.


जिला 2020 लूट 2021

उत्तर-पूर्वी 167 174
दक्षिण 138156
पूर्वी 156147
आउटर 107 144
आउटर नॉर्थ 93139

नई दिल्ली : दिल्ली में बीते वर्ष के मुकाबले लूट की वारदातों (loot Incidents) में बढ़ोतरी हुई है. लूट की 45 फीसदी वारदातें केवल पांच जिलों में ही हुई हैं. वहीं, अन्य 10 जिलों में 55 फीसदी लूट की वारदातें हुई हैं. सबसे ज्यादा लूट के मामले उत्तर पूर्वी, दक्षिण, पूर्वी, बाहरी और बाहरी-उत्तरी जिला में हो रहे हैं. पुलिस कमिश्नर (Delhi Police Commissioner) ने इन जिलों के अधिकारियों को अपराध पर लगाम लगाने के लिए बेहतर कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.

जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना (Rakesh Asthana) ने नवनियुक्त छह जिला DCP सहित सभी 15 जिला डीसीपी की बैठक ली. इस बैठक में उन्होंने लूटपाट की घटनाओं को लेकर विस्तार से चर्चा की और उनसे लूट को रोकने के लिए उठाए जा रहे कदम के बारे में पूछा. बैठक में बताया गया कि दिल्ली में लूट की वारदातों में इजाफा हुआ है. इस वर्ष सात अक्टूबर तक दिल्ली में लूट की कुल 1662 वारदातें हुई हैं. वहीं, बीते साल इस अवधि के दौरान 1446 वारदातें हुई थीं.

पुलिस कमिश्नर ने सभी जिला डीसीपी को निर्देश दिए कि वह बिना किसी गड़बड़ी के मामलों को दर्ज करें और लूट को कम करने के लिए प्रयास करें. इस बैठक में पुलिस कमिश्नर को बताया गया कि दिल्ली में लूट के सबसे ज्यादा मामले उत्तर पूर्वी, दक्षिण, पूर्वी, बाहरी और बाहरी उत्तरी जिला में हुई हैं. उत्तर पूर्वी जिला में लूट की 174 वारदात बीते सात जनवरी तक हुई हैं. जबकि, बीते वर्ष इस अवधि के दौरान 167 लूट की वारदातें हुई थी. दक्षिणी जिला में लूट की 156 वारदातें हुई हैं. जबकि, बीते वर्ष लूट की 138 वारदातें हुई थी.

पूर्वी दिल्ली में 147 लूट हुई हैं. जबकि, बीते वर्ष 156 वारदातें हुई थी. आउटर दिल्ली में 144 वारदातें हुई हैं. जबकि, पिछले साल 107 वारदातें इस अवधि में हुई थी. वहीं आउटर नॉर्थ में 139 वारदातें हुई हैं. जबकि, बीते वर्ष 93 वारदातें हुई थी.

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पुलिस के अनुसार, 1662 लूट की वारदातों में 3140 आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार करने में कामयाब रही है. पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना की तरफ से सभी जिला डीसीपी को निर्देश दिए गए हैं कि वह FIR दर्ज करने में कोताही नहीं बरतें.

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पुलिस कमिश्नर ने थाने के साथ PCR को अटैच करने के बाद पहली बार उनके मौके पर पहुंचने के समय को लेकर भी जानकारी हासिल की. इसमें उन्हें पता चला कि बिंदापुर पुलिस स्टेशन से सबके लेट 12 बजकर 11 मिनट में PCR पहुंची है. समयपुर बादली स्टेशन में 11 बजकर 30 मिनट, जनकपुरी में 11 बजकर 11 मिनट और ओखला में 9 बजकर 56 मिनट में पीसीआर पहुंची है. उन्होंने इस समय अवधि में सुधार लाने के निर्देश दिए हैं.


जिला 2020 लूट 2021

उत्तर-पूर्वी 167 174
दक्षिण 138156
पूर्वी 156147
आउटर 107 144
आउटर नॉर्थ 93139
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