नई दिल्ली : पूर्वी दिल्ली के महापौर श्याम सुन्दर अग्रवाल ने निगम सभागार में बजट से संबंधित सदन की विशेष बैठक के मौके पर विपक्ष के व्यवहार को लोकतंत्र को शर्मशार करने वाला कहा है. सदन में विपक्ष के अमर्यादित व्यवहार से रुष्ट होकर महापौर, श्याम सुन्दर अग्रवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर विपक्ष के पूर्वी निगम की सदन की बैठक में किये गये अलोकतांत्रिक व्यवहार की घोर निंदा की.
महापौर ने लिखा कि पिछले पांच सालों में पूर्वी दिल्ली नगर निगम की बैठकों में आम आदमी पार्टी के पार्षदों का व्यवहार अत्यंत अलोकतांत्रिक, अशोभनीय और अमर्यादित रहा है. यही कारण है कि उन्हें उनके इसी व्यवहार के कारण पूर्वी निगम में सदन की कई बैठकों से निष्कासित किया गया है. महापौर ने पत्र में लिखा कि मंगलवार को पूर्वी दिल्ली नगर निगम की सदन की बैठक में आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने सारी मर्यादाएं ताक पर रख दीं और असभ्य व्यवहार किया. सदन की बैठक के दौरान विपक्ष ने महापौर के ऊपर खाली डिब्बे, यूज्ड डिस्पोजेबल ग्लासेस फेंके. उन्होंने बताया कि विपक्ष के पार्षदों ने निगम की संपत्ति को तोड़ने की कोशिश की. महापौर ने कहा कि उनका यह व्यवहार उनकी राजनीतिक शून्यता की और इंगित करता है.
महापौर, श्याम सुन्दर अग्रवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने पिछले 5 सालों में निगम के सकारात्मक कार्याें में केवल अड़चन डालने का कार्य किया है. उन्होंने कभी रचनात्मक विपक्ष की भूमिका का निर्वहन नहीं किया है. महापौर ने मुख्यमंत्री को कहा कि वे स्वयं मर्यादित पद पर विराजमान हैं. ऐसे में उनको अपनी पार्टी के पार्षदों के अनुचित और असभ्य व्यवहार पर लगाम लगानी चाहिये. उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक ढांचे के अंतर्गत कार्य करते हुए उन्हें अपने पार्षदों को लोकतांत्रिक व्यवहार के बारे में भी बताना होगा.
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