नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण के चलते लोगों को लंबे समय तक मास्क लगाना पड़ रहा है. इसकी वजह से मास्क के खिंचाव की वजह से लोगों को कान में दर्द एवं एलर्जी की शिकायत हो रही है. इस समस्या से निजात दिलाने के लिए भारतीय वैज्ञानिक डॉ. सम्राट घोष ने मास्क में मामूली बदलाव किया है, जिसके बाद इस मास्क को इस्तेमाल करने के लिए आपको कान का इस्तेमाल नहीं करना होगा.
वैज्ञानिक डॉ. सम्राट घोष ने बताया कि अभी कोरोना की वैक्सीन नहीं बनी है. लोगों के लिए मास्क पहनना बेहद ही आवश्यक है. लंबे समय तक मास्क पहनने की वजह से लोगों के कान पर खिंचाव की वजह से दर्द हो रहा है. वहीं अगर वह मास्क नहीं पहनते तो कोरोना से संक्रमित होने का खतरा होता है. खासतौर से ऐसे लोगों को परेशानी हो रही है, जो लोग चश्मा पहनते हैं. उनके लिए मास्क के साथ चश्मा पहनना काफी दिक्कत करता है. इसलिए उन्होंने इसका समाधान निकाला है.
बाइंडिंग क्लिप करेगा कान को फ्री
वैज्ञानिक डॉ. सम्राट घोष ने बताया कि उन्होंने मास्क में लगे स्ट्रिप को थोड़ा लंबा कर दिया है. अभी के समय में कोरोना से बचने के लिए लोगों को सिर ढकना भी आवश्यक है. इसलिए काफी लोग टोपी इस्तेमाल करते हैं. कान को मास्क से फ्री करने के लिए टोपी के पिछले हिस्से में आपको एक बाइंडिंग क्लिप लगाने की आवश्यकता है. इस क्लिप में आप मास्क में लगे स्ट्रिप को कान के नीचे से ले जाकर उसे फंसा सकते हैं. इससे आपका कान फ्री हो जाएगा. कुछ लोग उल्टी टोपी पहनना पसंद करते हैं. ऐसे लोग भी एक हुक की मदद से मास्क को कान के नीचे से ले जाकर बांध सकते हैं.
स्ट्रिप टूटने पर नहीं होगा मास्क खराब
वैज्ञानिक डॉ. सम्राट घोष ने बताया कि अभी के समय में लोग महंगे मास्क इस्तेमाल कर रहे हैं जिसका स्ट्रिप टूटने पर वह खराब हो जाते हैं. ऐसे में इस मास्क को फेंक कर उन्हें दूसरा मास्क लेना पड़ता है. लेकिन उन्होंने ऐसे खराब मास्क को भी साधारण बदलाव कर ठीक किया है. इसके लिए उन्होंने मास्क के दोनों तरफ सेफ्टीपिन लगाकर उसमें बाइंडिंग क्लिप लगा दी है. इस क्लिप में साधारण रबड़ लगाकर उन्होंने उसके आगे सामान्य रस्सी बांधी है जिसके बाद यह मास्क एक बार फिर से इस्तेमाल के लिए तैयार हो जाता है. इस मास्क को भी बिना कान का इस्तेमाल किये पहना जा सकता है.