नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली नगर निगम के नेता विपक्ष मनोज त्यागी ने आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार से पैसे मिलने के बावजूद पूर्वी दिल्ली नगर निगम के कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया जा रहा है. कर्मचारी प्रदर्शन करने को मजबूर है.
मनोज त्यागी ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा पूर्वी दिल्ली नगर निगम को चैथी किस्त जारी कर की गई है. जिसकी कुल राशि 157 करोड़ रुपये है. मनोज कुमार त्यागी ने मांग करते हुए कहा कि भाजपा नेता दिल्ली सरकार से मिले किस्त को निगम में कार्यरत कोरोना वारियर्स जैसे डाक्टरों, पैरा-मेडिकल स्टाफ, पर्यावरण सहायकों, अध्यापकों और बाकि कर्मचारियों के वेतन देने के साथ-साथ छोटे ठेकेदारों जिनकी पेमेन्ट बहुत कम है. उनके पेमेन्ट के भुगतान पर खर्च किया जाए न कि चहेती कंपनी जैसे मेट्रो वेस्ट प्राईवेट लिमिटेड और सी एंड डी प्लान्ट जैसी कंपनियों के पेमेन्ट देने पर खर्च की जाए.
नेता विपक्ष ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि पिछले दो माह के दौरान मेट्रो वेस्ट प्राईवेट लिमिटेड कंपनी को लगभग 10 करोड़ रूपये का भुगतान किया गया है, इससे भाजपा की मंशा स्पष्ट होती है कि इन्हें निजी कंपनियों से कितना लगाव है क्योंकि इनके पेमेन्ट करने पर कंपनी की ओर से मोटी मलाई खाने को मिलती है. इसके विपरीत कोरोना वारियर्स और बाकि कर्मचारियों के पेमेन्ट के भुगतान पर कोई लाभ प्राप्त नहीं होता. आश्चर्य की बात यह है कि जिन छोटे ठेकेदारों का 5-5 लाख का बकाया है उन्हें भी महरूम रखा गया है.
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मनोज कुमार त्यागी ने कहा कि जिन निगम कर्मचारियों को चार-चार माह से वेतन का भुगतान और छोटे ठेकेदारों को छोटी-छोटी राशि का भुगतान नहीं किया गया है. इनके घर का चूल्हा कैसे जले. इस पर भाजपा नेता कोई विचार नहीं करती है सिर्फ और सिर्फ अपनी राजनीति रोटिया सेंकती है, जिसका हिसाब पूर्वी निगम की जनता अगामी दिल्ली नगर निगम चुनाव में मांगेगी.
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