नई दिल्ली/सीकर: दिल्ली में सीएए के खिलाफ हुई हिंसा के दौरान मारे गए हेड कांस्टेबल रतनलाल को शहीद का दर्जा मिल गया है. सीकर सांसद सुमेधानंद ने 1 करोड़ का पैकेज और पत्नी को योग्यतानुसार सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है.
ग्रामीणों ने नेशनल हाइवे पर लगाया था जाम
बता दें कि उन्हें शहीद का दर्जा देने की मांग जोरों से उठ रही थी. बुधवार को हेड कांस्टेबल का शव पैतृक गांव के समीप पहुंचने के साथ ही आक्रोशित ग्रामीणों ने नेशनल हाइवे पर जाम लगाते हुए मृत हेड कांस्टेबल को शहीद का दर्जा देने की मांग की थी.
गौरतलब, है कि जिले के तिहावली गांव के निवासी हेड कांस्टेबल रतनलाल की दो दिन पहले दिल्ली में हिंसा के दौरान गोली लगने से मौत हो गई थी. बुधवार सुबह जब हेड कांस्टेबल का शव गांव पहुंचने लगा, तो आक्रोशित ग्रामीणों ने नेशनल हाइवे पर जाम लगा दिया और हेड कांस्टेबल को शहीद का दर्जा देने की मांग करने लगे.
ग्रामीणों के जाम को देखते हुए शव लेकर आ रही गाड़ी को पैतृक गांव से करीब 15 किलोमीटर दूर रोक दिया गया. वहीं, काफी देर बाद हेड कांस्टेबल रतनलाल को शहीद का दर्जा दिया गया और सांसद सुमेधानंद ने 1 करोड़ का पैकेज और पत्नी को योग्यतानुसार सरकारी नौकरी देने की घोषणा की.