नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल(CM Arvind Kejriwal) ने कहा कि अच्छी शिक्षा देश के सभी बच्चों का अधिकार है. लेकिन देश के सरकारी स्कूल अच्छी स्थिति में नहीं है. इन्हें ठीक करना है. क्योंकि जब देश के 10 लाख सरकारी स्कूलों के 18 करोड़ बच्चे अच्छी शिक्षा पाएंगे तो कामयाबी उनके कदम चूमेगी. और देश को नंबर वन बनाने का सपना साकार होगा. केजरीवाल शुक्रवार को दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में नीट, जेईई में सफल हुए सरकारी स्कूलों के छात्रों(Government school students successful in NEET, JEE) के सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे.
ये भी पढ़ें : दिल्ली में सीएम आवास पहुंचे ऑटो वाले, बोले- काश मेरे साथ भी खाना खा लेते...
केजरीवाल ने कहा कि मुझे इस देश ने बहुत कुछ दिया है. मैंने आईआईटी से पढ़ाई की और सरकारी नौकरी में गया. 1985 में मेरी 563वीं रैंक थी, जिसकी बदौलत आज मैं आपके सामने खड़ा हूं. मेरा बस एक ही सपना है कि देश के सभी बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा मिले. यह काम हमने दिल्ली में करके दिखाया है. अब देश में भी दिल्ली वाली क्रांति करनी है.
देश में शिक्षा दो हिस्सों में बटी हुई है, एक ओर जहां अमीरों के बच्चे अच्छे स्कूलों में पढ़ते हैं, वहीं दूसरी ओर गरीब के बच्चे सरकारी स्कूल में. लेकिन हमें दोनों को साथ लेकर चलना है. दोनों को अच्छी से अच्छी शिक्षा दिलानी है. उन्होंने कहा कि जिन जिन बच्चों ने नीट जेईई की परीक्षा पास की है वो आगे चलकर डॉक्टर इंजीनियर बनेंगे. उन्होंने शिक्षा विभाग से अपील की है कि नीट, जेईई में सफल सरकारी स्कूलों के छात्रों की कहानी सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित की जाए, जिससे अन्य बच्चे भी प्रोत्साहित होकर अपना भविष्य उज्ज्वल बना सके.
केजरीवाल ने बच्चों से कहा है की आपको दिल्ली में शिक्षा निशुल्क मिली. लेकिन निशुल्क कुछ नहीं मिलता है. गरीब से गरीब आदमी टैक्स भरता है. इसलिए जब आप डॉक्टर बनें तो एक संकल्प लीजिए कि 50 फीसदी गरीब लोगों का फ्री में इलाज करेंगे. कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया, एडिशनल डायरेक्टर शिक्षा निदेशालय रीटा शर्मा मौजूद थे.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप