नई दिल्ली : नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. DCP संजीव यादव के मुताबिक, आरोपी हरमीत सिंह के पास से एक पिस्तौल और जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं. उसने पुलिस को बताया कि तीन साल पहले गुरुद्वारा के एक कैलेंडर को लेकर सदस्यों के बीच अनबन हुई थी, जिसमें वह और वजीर भी शामिल थे. 22 अगस्त को वह अपने बेटे का कनाडा के लिए वीजा लगवाने दिल्ली आया था. वह हरप्रीत के घर पर ठहरा था. 31 अगस्त को उसके सामने हरप्रीत ने वजीर को कॉल किया. इस कॉल के बाद हरप्रीत ने उसे होटल में शिफ्ट कर दिया, क्योंकि वजीर उसके पास आने वाला थे.
तीन सितंबर को हरप्रीत उससे मिलने होटल में आया. उसने बताया कि वजीर कनाडा जाने वाले उसके बेटे को मरवाना चाहता है. इसके लिए उसने गैंगस्टर को सुपारी दी है. यह बात उसने राजू के सामने कही है. उसने बताया कि बदमाश उसके परिवार को मारने के लिए जम्मू गए हैं. उसने हरमीत को भड़काया कि कनाडा जाने से पहले वह वजीर को सबक सिखा सकता है. अगर वह चला गया तो फिर वह कुछ नहीं कर पायेगा. वह हरमीत को अपने फ्लैट में ले गया, जहां वज़ीर सो रहे थे. हरप्रीत ने उसे पिस्तौल दी, जिससे उसने गोली चलाकर वजीर को मार दिया. इसके बाद वह पिस्तौल छोड़कर मौके से फरार हो गया था.
बीते 9 सितंबर को वह गुरुद्वारा फतेहनगर पहुंचा, जहां हरप्रीत ने उससे सुसाइड नोट जबरन लिखवाया और हस्ताक्षर करवाने के साथ उससे अंगूठा भी लगवाया. 10 सितंबर को वह जम्मू के लिए निकले और वहां पहुंचने पर हरप्रीत ने यह सुसाइड नोट फेसबुक पर अपलोड किया था. पुलिस ने आरोपी के पास से यह सुसाइड नोट एवं उसे लिखने में इस्तेमाल किया गया पेन भी बरामद कर लिया है. पुलिस हरप्रीत की तलाश कर रही है, जिससे हत्या के स्पष्ट कारण का पता चल सके.
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