नई दिल्ली: सिख धर्म के संस्थापक और सिखों के पहले गुरु श्री गुरु नानक देव जी के 550वीं जयंती के मौके पर देशभर में प्रकाश पर्व की धूम है. हर एक गुरुद्वारे में प्रकाश पर्व को लेकर खास तैयारियां की गई हैं.
गुरुद्वारे में मत्था टेकने पहुंचे श्रद्धालु
जब हम इस गुरुद्वारे में पहुंचे तो हमने देखा कि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से श्रद्धालुओं के लिए खासा इंतजाम किए गए थे. गुरुद्वारे में श्रद्धालु आस्था में डूबे हुए थे और बाबा जी के कीर्तन में लीन थे. अलग अलग कमेटी गुरुद्वारे में कीर्तन करा रही थी. कवि सम्मेलन का भी कार्यक्रम रखा गया था. बच्चों ने भी कीर्तन किया और कई कलाकार दूर-दूर से कीर्तन के लिए गुरुद्वारे में पहुंचे थे.
धर्म के संस्थापक थे गुरु नानक देव
गुरुद्वारा कमेटी के मैनेजर हरकिशन ने बताया कि कमेटी का हर एक सदस्य इस पर्व की तैयारियों में काफी समय से लगा हुआ है. श्रद्धालुओं के आने-जाने के लिए खासा इंतजाम किए गए हैं. गुरुद्वारे में सजावट की गई है, क्योंकि गुरु नानक देव जी ने सिख धर्म की नींव रखी थी और आज उनके 550वां प्रकाश पर्व पूरे सिख धर्म के लिए बेहद ही खास है.
गुरु नानक देव जी ने जात पात को मिटाया
हरकिशन जी ने बताया कि गुरु नानक देव जी ने सिख धर्म को दुनिया भर में फैलाया और आज हर कोई गुरु नानक देव जी को मानता है. गुरु नानक देव जी ने सबसे पहले जात पात को खत्म किया और भाईचारे का संदेश लोगों को दिया. इसी के फलस्वरूप उन्हें केवल सीखी नहीं हिंदू मुस्लिम भी पूजते हैं.
गुरुद्वारों में किया जा रहा अखंड पाठ और कीर्तन
गुरुद्वारे में मत्था टेकने आए अन्य श्रद्धालु ने बताया कि इस दिन की तैयारी पिछले 1 साल से की जा रही है और प्रकाश पर्व 3 दिन पहले अखंड पाठ की शुरुआत की गई थी जो आज सुबह 9:00 बजे तक पूरा हुआ, और इसमें जहां पहले 50 से 60 लोग शामिल होते थे अब वह संख्या पहुंचकर 200 से 300 तक हो गई है पूरी संगत में प्रकाश पर्व को लेकर खासा उत्साह है और पूरी श्रद्धा के साथ हर कोई इस पर को मना रहा है .