नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली के मुस्तफाबाद विधानसभा क्षेत्र के शिव विहार इलाके के राशन डीलर की दुकान पर राशन लेने आए लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई. इन लोगों को कोरोना वायरस से कोई डर नहीं था. जब ईटीवी भारत की टीम ने इन राशन कार्ड धारकों से बात की तो वह राशन डीलर को ही दोषी करार देने लगे.
राशन दुकानों पर कई सौ की संख्या में भीड़
बता दें कि राजधानी में केंद्र सरकार की तरफ से आत्मनिर्भर योजना के तहत राशन कार्ड धारकों को 4 किलो गेहूं और 1 किलो चावल प्रति व्यक्ति नि:शुल्क राशन बांटा जा रहा है, ताकि गरीब जनता को आत्मनिर्भर बनाया जा सकें. इस राशन को लेने आए पूर्वी दिल्ली के मुस्तफाबाद विधानसभा क्षेत्र के शिव विहार इलाके में राशन कार्ड धारक ने राशन डीलरों की दुकानों पर जमकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई.
इन लोगों को कोरोना वायरस से कोई भय नहीं है जब ईटीवी भारत की टीम ने इन राशन कार्ड धारकों से बात की तो वह राशन डीलर को ही दोषी करार देने लगे. इन राशन कार्ड धारको का आरोप था कि 40 से 50 लोगों को कूपन देकर राशन डीलर इन्हें वितरित करें, तो राशन लेने वाले लोग राशन दुकानों पर कई सौ की संख्या में भीड़ न लगाएं.
कोरोना मामले में लापरवाही बरत रहे हैं लोग
वहीं राशन कार्ड धारकों का यह भी आरोप था कि दिल्ली सरकार ने सोशल डिस्टेंसिंग बनाने के लिए डीसीडी वर्करों को रखा है. वह भी राशन की दुकानों पर मौजूद नहीं हैं. पुलिस भी सोशल डिस्टेंसिंग बनाने के लिए नाकाम साबित होती दिखाई दे रही है, राशन लेने के लिए लगी इस भीड़ में कोई संक्रमित व्यक्ति आ गया तो कितने लोग कोरोना वायरस से प्रभावित होंगे.
इस बात का अंदाजा इस भीड़ को नहीं है और यही वजह है कि दिल्ली के लोग कोरोना वायरस से लापरवाही बरत रहे हैं और दिल्ली में लगातार कोरोना मरीजो की संख्या में बढ़ोतरी होती जा रही है. दिल्ली सरकार राशन डीलरों को कड़े नियम बनाने के निर्देश दें, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का लोग पालन कर सकें और कोरोना वायरस से बचाव हो सकें.