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फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के गैंग का भंडाफोड़, 2 आरोपी दबोचे गए, 20 फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस बरामद

फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस गैंग दिल्ली के कई इलाकों में सक्रिय है. Crime Branch NR 2 Team ने इनमें से 2 को दबोचा है, जबकि कई और इनकी नजर में हैं. पढ़िए दिल्ली पुलिस का खुलासा

Delhi Police Head Quarters
दिल्ली पुलिस मुख्यालय
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Published : Aug 19, 2022, 7:06 AM IST

Updated : Aug 19, 2022, 7:19 AM IST

नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली में क्राइम ब्रांच एनआर 2 की टीम ( Crime Branch NR 2 Team) ने फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के एक गैंग का भंडाफोड़ (Fake Driving License Gang) करते हुए 2 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता पायी है. ये दोनों दिल्ली के जहांगीरपुरी और स्वरूप नगर के रहने वाले हैं. इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की पहचान शाहिद और भूरे के रूप में हुई है. साथ ही इनके पास से 20 नकली ड्राइविंग लाइसेंस भी बरामद ( Fake Driving Licenses) किए गए हैं.

डीसीपी विचित्र वीर के अनुसार ( DCP Vichitra Veer) क्राइम ब्रांच की एनआर 2 टीम को गुप्त सूत्रों से एक शख्स के बारे में पता चला कि वह नकली ड्राइविंग लाइसेंस बनाने का काम करता है और वह दिल्ली के जहांगीरपुरी के इलाके में सक्रिय है। इस सूचना पर काम करते हुए पुलिस टीम ने इसे दबोचने की योजना बनायी. इसके लिए दिल्ली पुलिस ने पहले लोकल इंफॉर्मर्स से जानकारियों को इकट्ठा करके जहांगीरपुरी की झुग्गी में रहने वाले शाहिद को दबोचने के लिए जाल बिछाया. इसके बाद मिली जानकारी के आधार पर दिल्ली पुलिस की एनआर 2 टीम ने ट्रैप करते हुए आरोपी शाहिद को दबोच लिया.

पुलिस ने बताया कि शाहिद की गिरफ्तारी के बाद उसके कब्जे से 5 नकली ड्राइविंग लाइसेंस भी बरामद हुए किया. इस मामले में उसके खिलाफ क्राइम ब्रांच पुलिस में मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है. साथ ही साथ मामले में आगे की जांच और पूछताछ जारी रखी। इस दौरान क्राइम ब्रांच की एनआर 2 टीम को इस फर्जीवाड़े में शामिल अन्य लोगों के बारे में भी पता चला और इसी क्रम में पुलिस को भूरे नाम के एक टी स्टॉल ओनर के बारे में कुछ सुराक मिले. इसके बाद पूछताछ में शाहिद ने भी भूरे के इस काम में शामिल होने की पुष्टि की.

इसे भी पढ़ें : पत्नी से अवैध संबंध के शक में युवक की हत्या, 2018 से फरार आरोपी गिरफ्तार

इसके बाद क्राइम ब्रांच की एनआर 2 टीम ने छापेमारी कर भूरे को भी दबोच लिया और उसके पास से भी 15 नकली ड्राइविंग लाइसेंस बरामद किए गये. अब तक की जांच के आधार पर पुलिस को पता चला कि भूरे क्लाईंट और शाहिद के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाता था. इसके साथ साथ शाहिद ने ये भी बताया कि कई और भी लोग लोग इस रैकेट में शामिल हैं। ये लोग जहांगीरपुरी, संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर आदि इलाकों में सक्रिय हैं. अब पुलिस इनके बारे में जानकारी एकत्रित करके गिरफ्तारी की योजना बना रही है.

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नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली में क्राइम ब्रांच एनआर 2 की टीम ( Crime Branch NR 2 Team) ने फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के एक गैंग का भंडाफोड़ (Fake Driving License Gang) करते हुए 2 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता पायी है. ये दोनों दिल्ली के जहांगीरपुरी और स्वरूप नगर के रहने वाले हैं. इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की पहचान शाहिद और भूरे के रूप में हुई है. साथ ही इनके पास से 20 नकली ड्राइविंग लाइसेंस भी बरामद ( Fake Driving Licenses) किए गए हैं.

डीसीपी विचित्र वीर के अनुसार ( DCP Vichitra Veer) क्राइम ब्रांच की एनआर 2 टीम को गुप्त सूत्रों से एक शख्स के बारे में पता चला कि वह नकली ड्राइविंग लाइसेंस बनाने का काम करता है और वह दिल्ली के जहांगीरपुरी के इलाके में सक्रिय है। इस सूचना पर काम करते हुए पुलिस टीम ने इसे दबोचने की योजना बनायी. इसके लिए दिल्ली पुलिस ने पहले लोकल इंफॉर्मर्स से जानकारियों को इकट्ठा करके जहांगीरपुरी की झुग्गी में रहने वाले शाहिद को दबोचने के लिए जाल बिछाया. इसके बाद मिली जानकारी के आधार पर दिल्ली पुलिस की एनआर 2 टीम ने ट्रैप करते हुए आरोपी शाहिद को दबोच लिया.

पुलिस ने बताया कि शाहिद की गिरफ्तारी के बाद उसके कब्जे से 5 नकली ड्राइविंग लाइसेंस भी बरामद हुए किया. इस मामले में उसके खिलाफ क्राइम ब्रांच पुलिस में मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है. साथ ही साथ मामले में आगे की जांच और पूछताछ जारी रखी। इस दौरान क्राइम ब्रांच की एनआर 2 टीम को इस फर्जीवाड़े में शामिल अन्य लोगों के बारे में भी पता चला और इसी क्रम में पुलिस को भूरे नाम के एक टी स्टॉल ओनर के बारे में कुछ सुराक मिले. इसके बाद पूछताछ में शाहिद ने भी भूरे के इस काम में शामिल होने की पुष्टि की.

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इसके बाद क्राइम ब्रांच की एनआर 2 टीम ने छापेमारी कर भूरे को भी दबोच लिया और उसके पास से भी 15 नकली ड्राइविंग लाइसेंस बरामद किए गये. अब तक की जांच के आधार पर पुलिस को पता चला कि भूरे क्लाईंट और शाहिद के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाता था. इसके साथ साथ शाहिद ने ये भी बताया कि कई और भी लोग लोग इस रैकेट में शामिल हैं। ये लोग जहांगीरपुरी, संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर आदि इलाकों में सक्रिय हैं. अब पुलिस इनके बारे में जानकारी एकत्रित करके गिरफ्तारी की योजना बना रही है.

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Last Updated : Aug 19, 2022, 7:19 AM IST
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