नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सभी जानते हैं, भारत एक लोकतांत्रिक देश है और इस लोकतंत्र में सदन इस लोकतंत्र का मंदिर है, जहां जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि जनता के हित के मुद्दों पर चर्चा करते हैं. उन्होंने कहा, आज निगम सदन में दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई. जब आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने जनहित के कुछ मुद्दों को रखा, तो सदन में शासित भाजपा सरकार ने हमारी बातों को अनसुना कर दिया और अलोकतांत्रिक तरीके से मेयर ने हमारे सभी पार्षदों को निलंबित कर दिया.
'तीन महीने के लिए किया गया निलंबित'
दुर्गेश पाठक ने कहा कि सभी नियम कानूनों को ताक पर रखकर 3 महीने के लिए हमारे पार्षदों को निलंबित किया गया है. दुर्गेश पाठक ने उन मामलों से जुड़े कुछ कागजात भी मीडिया के सामने रखे, जिनके आधार पर पार्षद सवाल उठा रहे थे. उन्होंने कहा कि दिल्ली को देश का सबसे गंदा राज्य घोषित किया गया. पिछले कई महीनों से नगर निगम के अधीन आने वाले लगभग सभी विभागों के कर्मचारियों का वेतन नहीं मिल रहा है, उनके घरों में चूल्हा नहीं चल पा रहा है, बच्चों के स्कूल की फीस तक नहीं दे पा रहे हैं.
'SDMC ने दबा रखा है 2100 करोड़'
निगम के बजट का जिक्र करते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा कि नगर निगम का सालाना बजट 18 हजार करोड़ का है, ये पैसे कहां जाते हैं, कर्मचारियों का वेतन उन्हें क्यों नहीं मिल रहा है? यही सब सवाल हमारे पार्षदों ने उठाया था, जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया. दुर्गेश पाठक ने निगम को बजट दिलाने के मनोज तिवारी के वादे का भी जिक्र किया. दुर्गेश पाठक ने कहा कि दक्षिणी नगर निगम ने उत्तरी दिल्ली नगर निगम का 2100 करोड़ रुपया दबा कर रखा है. हमने मेयर से कहा कि यदि वे पैसा उन्हें जाए तो कर्मचारियों का वेतन दिया जा सकता है, रुकी हुई पेंशन दी जा सकती हैं.
'धरना देंगे AAP के पार्षद'
दुर्गेश पाठक ने कहा कि हमने इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की, बीते दिनों दिल्ली नगर निगम द्वारा डेंगू मच्छर को मारने के लिए खरीदी गई दवा में घोटालों का जिक्र किया तो हमारे निगम पार्षदों को निलंबित कर दिया गया. दुर्गेश पाठक ने भाजपा को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि आपको लगता है कि हमारे निगम पार्षदों को निलंबित करके आप हमें डरा दोगे और हम दिल्ली की जनता की आवाज नहीं उठाएंगे तो यह आपका भ्रम है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के सभी निगम पार्षद कल उत्तरी नगर निगम के मेयर के ऑफिस के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे और यह प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक निलंबन का आदेश वापस नहीं लिया जाता.