नई दिल्ली: पिछले महीने दिल्ली में हुई हिंसा के बाद जो माहौल बने उसे देखते हुए विधानसभा की ओर से गठित शांति एवं सद्भाव संबंधी कमेटी ने आज चौथी बैठक की और इसमें दो बड़े फैसले लिए गए.
बैठक में पहुंचे शिकायतकर्ता और आरोपी
कमेटी के चेयरमैन राघव चड्ढा ने बताया कि आज बैठक में शांति सद्भाव बिगाड़ने वाले झूठे संदेश भेजने वाले 15 शिकायतकर्ता द्वारा भेजी गई शिकायतों पर कमेटी ने विचार किया. 14 शिकायतकर्ता भी बैठक में शामिल हुए और एक वह व्यक्ति था जिस पर शांति सद्भाव बिगाड़ने के संदेश भेजने का आरोप था.
आरोपी ने कबूल किया गुनाह
राघव चड्ढा ने बताया कि जो आरोपी है उसने अपने बयान में गुनाह कबूला. माना कि भूल हुई. पर यह जानकारी नहीं थी कि ऐसे भड़काऊ आपत्तिजनक संदेश आगे प्रेषित नहीं करना चाहिए. जब उन्हें पता चला तो उसे बंद कर दिया. उन्होंने कमेटी को एक माफीनामा लिखकर दिया है कि जिसमें कहा है कि वह सभी पोस्ट को डिलीट करेंगे सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी माफीनामा डालेंगे और लोगों से अपील करेंगे कि वह ऐसा ना करें.
सोशल मीडिया के अधिकारी भी तलब
कमेटी अपनी अगली सुनवाई में फेसबुक, टि्वटर और व्हाट्सएप के अधिकारियों को तलब करेगी. कुछ मामलों में ऑफेंडर पहचान छुपाते हैं तो हम उनकी मदद से भी वह पता लगाएंगे. बता दें कि विधानसभा की ओर से गठित शांति एवं सद्भाव कमेटी का मुख्य काम यह है कि वो हिंसा प्रभावित इलाके में शांति बहाल करने में मदद करे. साथ ही हिंसा के बाद जिस तरह दो समुदायों के बीच माहौल बना ऐसे में कोई भड़काऊ संदेश अगर किसी को के भेजता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई करें. 2 मार्च को गठित हुई थी इस कमेटी का अध्यक्ष पहले आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज को बनाया गया था. लेकिन कमेटी का पुनर्गठन कर दिया गया और अब चेयरमैन विधायक राघव चड्ढा को बनाया गया है. कमेटी में कुल 9 सदस्य हैं.