नई दिल्लीः प्रगति मैदान में 40वां इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर (आईआईटीएफ) (India International Trade Fair) चल रहा है. इसमें जम्मू-कश्मीर के पवेलियन में एक शॉल का स्टाल आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. इस स्टॉल पर 20 हज़ार से लेकर साढ़े तीन लाख रुपये की शॉल मिल रही है. जम्मू-कश्मीर के पवेलियन में मिल रही इतनी महंगी शॉल की क्या खासियत है. इस संबंध में ईटीवी भारत ने जीएम शॉल के गुलाम मोहम्मद बाबा से बात की. उन्होंने बताया कि ये पश्मीना शॉल (pashmina shawl ) है और इसमें जितनी ज्यादा कारीगरी होती है, उसकी कीमत बढ़ती जाती है.
गुलाम मोहम्मद बाबा ने बताया कि उनके पास 20 हज़ार रुपये से लेकर साढ़े तीन लाख रुपये तक की शॉल है. साढ़े तीन लाख रुपये की शॉल में कढ़ाई का काफी काम है. इस शॉल को बनाने के लिए ढाई से तीन वर्ष का समय लगा है. चिनार के पत्तों की तरह रंग बदलने वाली भी एक शॉल है, जिसकी कीमत ढाई लाख रुपये है. उम्मीद है कि ट्रेड फेयर में व्यापार अच्छा होगा. कोविड-19 की वजह से व्यापार को काफी नुकसान हुआ है. अब स्थिति धीरे-धीरे सुधर रही है, तो उम्मीद है कि बिजनेस भी बढ़ेगा.
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गुलाम मोहम्मद बाबा ने बताया कि पश्मीना शॉल काफी मुलायम और वजन में हल्की होती है. यह शॉल चांगर बकरियों के बाल से बनता है. यह काफी गर्म होती है. उन्होंने कहा कि पश्मीना शॉल (pashmina shawl ) कारीगरी और सुंदरता के कारण महिलाओं को काफी पसंद आती है. ट्रेड फेयर का टिकट पर्यटक www.bookmyshow.com या दिल्ली मेट्रो के 65 स्टेशन से ले सकते हैं. वहीं, दिव्यांग और वरिष्ठ नागरिकों के लिए टिकट निशुल्क है.