नई दिल्ली:महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध रोकना, दिल्ली पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है. पुलिस बल में महिलाओं की संख्या को और बढ़ाया गया है. ये बातें दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना (Delhi Police Commissioner Rakesh Asthana) ने Indian Women’s Press Corps (IWPC) की बैठक के दौरान कहीं. बैठक के दौरान स्पेशल पुलिस कमिश्नर देवेश चंद्र श्रीवास्तव और संजय बेनीवाल सहित कई दूसरे पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे.
कार्यक्रम में करीब 50 महिला पत्रकार माैजूद थीं. महिला पत्रकारों के सवालों के जवाब में दिल्ली पुलिस कमिश्नर (Delhi Police Commissioner Rakesh Asthana) ने पुलिस के कामकाज और कार्यप्रणाली के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने कहा कि पीसीआर स्टाफ का थानों के साथ शामिल करने से और थानों में लॉ एंड ऑर्डर और इन्वेस्टिगेशन को अलग किए जाने के बाद काफी सकारात्मक बदलाव आया है. कॉल रिस्पांस टाइम में 7-8 मिनट से घटकर 3-4 मिनट रह गया है.
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इतना ही नहीं उन्होंने यह भी बताया कि महिला सशक्तीकरण (women empowerment) पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है. इसी वजह से आज दिल्ली में छह महिला डीसीपी, आठ महिला एसीपी और नाै महिला एसएचओ महत्वपूर्ण जगहों पर तैनात हैं. दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना (Delhi Police Commissioner Rakesh Asthana) ने महिला पत्रकारों से हुए सवाल जवाब पर बारीकी से पुलिस का पक्ष रखा. दिल्ली में पुलिस क्या कर रही है, इसकी विस्तृत जानकारी देकर मीडिया के जरिए पुलिस की कार्यप्रणाली को लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की.