ETV Bharat / city

क्राइम ब्रांच से लेकर स्पेशल सेल में होगा बड़ा बदलाव, नए पुलिसकर्मियों को मिलेगी एंट्री - दिल्ली पुलिस

अपराध पर लगाम लगाने के लिए पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना (Delhi Police Commissioner Rakesh Asthana) महत्वपूर्ण कदम उठा रहे हैं. वह ज्यादा से ज्यादा नए लोगों को काम करने का चांस दे रहे हैं, जिससे नई सोच सामने आए. राजधानी में महिला DCP लगाने से लेकर पहली बार नौ महिला SHO उन्होंने लगाए हैं. स्पेशल सेल में आईपीएस डीसीपी की एंट्री से भी उन्होंने सबको चौंका दिया. इस कड़ी में वह अब स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच में भी बड़ा बदलाव करने जा रहे हैं.

सिक्योरिटी और बटालियन में तैनात लगभग 15000 पुलिसकर्मियों का ट्रांसफर किया गया
सिक्योरिटी और बटालियन में तैनात लगभग 15000 पुलिसकर्मियों का ट्रांसफर किया गया
author img

By

Published : Oct 13, 2021, 7:21 PM IST

नई दिल्ली: अपराध पर लगाम लगाने के लिए पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना (Delhi Police Commissioner Rakesh Asthana) महत्वपूर्ण कदम उठा रहे हैं. जानकारी के अनुसार, पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने दिल्ली पुलिस में बड़े स्तर पर तबादले किए हैं. उन्होंने ऐसे पुलिसकर्मियों को सिक्योरिटी और बटालियन भेजा है, जो लंबे समय से फील्ड में ड्यूटी कर रहे थे. वहीं, फील्ड में उन पुलिसकर्मियों को उतारा है, जिन्हें लंबे समय से यहां काम करने का मौका ही नहीं दिया गया.

इसी कड़ी में अब पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने दिल्ली पुलिस की दो प्रमुख जांच एजेंसी क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल में भी बड़ा बदलाव करने का निर्णय लिया है. उन्होंने तय किया है कि इन यूनिट में तैनात उन पुलिसकर्मियों को दूसरी जगह भेजा जाएगा, जो यहां पर 6 साल से तैनात हैं. ऐसे पुलिसकर्मियों की सूची तैयार करने के उन्होंने आदेश दिए हैं.

सूत्रों के अनुसार, आमतौर पर क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल जैसी यूनिट में पुलिसकर्मी लंबे समय तक तैनात रहते हैं. कई बार यह अवधि 15 से 20 साल तक की भी देखी गई है. आमतौर पर उन्हें इस यूनिट से इसलिए नहीं निकाला जाता, क्योंकि वह यहां की कार्यशैली से काफी परिचित हो चुके होते हैं. इस यूनिट की कार्यप्रणाली को अच्छे से समझने के चलते कई पुलिसकर्मी बेहतरीन काम करते हैं, लेकिन नए पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना का मानना है कि दूसरे पुलिसकर्मियों को भी यहां पर मौका दिया जाना चाहिए ताकि वह खुद को साबित कर सकें.

इसे भी पढ़ें:अशरफ से पूछताछ करेंगे पुलिस कमिश्नर, जम्मू धमाकों में भी मिली भूमिका

इसे भी पढ़ें: ग्रेजुएट सिपाही-हवलदार भी अब करेंगे तफ्तीश, जनता को मिलेगा बड़ा फायदा

उनका मानना है कि किसी भी यूनिट में छह साल से ज्यादा समय तक पुलिसकर्मी को नहीं रखना चाहिए. ऐसा करने से वह अपराध को लेकर उतनी गंभीरता से काम नहीं करते हैं जितना नई तैनाती वाला करता है.

पुलिस कमिश्नर की सोच के चलते लंबे समय से एक ही जगह पर जमे हुए पुलिसकर्मियों को परेशानी हो रही है. क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल जैसी महत्वपूर्ण यूनिट में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि आने वाली लिस्ट में कौन इस यूनिट में रहेगा और किसको जाना पड़ेगा.

दिल्ली पुलिस कमिश्नर द्वारा हाल ही में दिल्ली के विभिन्न थानों में तैनात सिक्योरिटी और बटालियन में तैनात लगभग 15000 पुलिसकर्मियों का ट्रांसफर किया गया था. यह पुलिसकर्मी लंबे समय से एक ही जगह पर तैनात थे.

नई दिल्ली: अपराध पर लगाम लगाने के लिए पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना (Delhi Police Commissioner Rakesh Asthana) महत्वपूर्ण कदम उठा रहे हैं. जानकारी के अनुसार, पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने दिल्ली पुलिस में बड़े स्तर पर तबादले किए हैं. उन्होंने ऐसे पुलिसकर्मियों को सिक्योरिटी और बटालियन भेजा है, जो लंबे समय से फील्ड में ड्यूटी कर रहे थे. वहीं, फील्ड में उन पुलिसकर्मियों को उतारा है, जिन्हें लंबे समय से यहां काम करने का मौका ही नहीं दिया गया.

इसी कड़ी में अब पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने दिल्ली पुलिस की दो प्रमुख जांच एजेंसी क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल में भी बड़ा बदलाव करने का निर्णय लिया है. उन्होंने तय किया है कि इन यूनिट में तैनात उन पुलिसकर्मियों को दूसरी जगह भेजा जाएगा, जो यहां पर 6 साल से तैनात हैं. ऐसे पुलिसकर्मियों की सूची तैयार करने के उन्होंने आदेश दिए हैं.

सूत्रों के अनुसार, आमतौर पर क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल जैसी यूनिट में पुलिसकर्मी लंबे समय तक तैनात रहते हैं. कई बार यह अवधि 15 से 20 साल तक की भी देखी गई है. आमतौर पर उन्हें इस यूनिट से इसलिए नहीं निकाला जाता, क्योंकि वह यहां की कार्यशैली से काफी परिचित हो चुके होते हैं. इस यूनिट की कार्यप्रणाली को अच्छे से समझने के चलते कई पुलिसकर्मी बेहतरीन काम करते हैं, लेकिन नए पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना का मानना है कि दूसरे पुलिसकर्मियों को भी यहां पर मौका दिया जाना चाहिए ताकि वह खुद को साबित कर सकें.

इसे भी पढ़ें:अशरफ से पूछताछ करेंगे पुलिस कमिश्नर, जम्मू धमाकों में भी मिली भूमिका

इसे भी पढ़ें: ग्रेजुएट सिपाही-हवलदार भी अब करेंगे तफ्तीश, जनता को मिलेगा बड़ा फायदा

उनका मानना है कि किसी भी यूनिट में छह साल से ज्यादा समय तक पुलिसकर्मी को नहीं रखना चाहिए. ऐसा करने से वह अपराध को लेकर उतनी गंभीरता से काम नहीं करते हैं जितना नई तैनाती वाला करता है.

पुलिस कमिश्नर की सोच के चलते लंबे समय से एक ही जगह पर जमे हुए पुलिसकर्मियों को परेशानी हो रही है. क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल जैसी महत्वपूर्ण यूनिट में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि आने वाली लिस्ट में कौन इस यूनिट में रहेगा और किसको जाना पड़ेगा.

दिल्ली पुलिस कमिश्नर द्वारा हाल ही में दिल्ली के विभिन्न थानों में तैनात सिक्योरिटी और बटालियन में तैनात लगभग 15000 पुलिसकर्मियों का ट्रांसफर किया गया था. यह पुलिसकर्मी लंबे समय से एक ही जगह पर तैनात थे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.