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2 सितंबर को हुई थी त्रिलोचन सिंह की हत्या, क्राइम ब्रांच को सौंपी गई जांच - Crime Branch Investigation in Trilochan Singh Murder

नेशनल कांफ्रेंस के नेता त्रिलोचन सिंह की हत्या के मामले की जांच दिल्ली क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है. दो सितंबर को उनकी हत्या मोती नगर इलाके में हुई थी. उनका शव 9 सितंबर को एक फ्लैट से बरामद किया गया.

क्राइम ब्रांच को सौंपी गई जांच
क्राइम ब्रांच को सौंपी गई जांच
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Published : Sep 10, 2021, 6:45 AM IST

नई दिल्ली: मोती नगर इलाके में हुई नेशनल कांफ्रेंस के नेता त्रिलोचन सिंह की हत्या के मामले में जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है. उन्हें प्राथमिक छानबीन में पता चला है कि 2 सितंबर को त्रिलोचन सिंह दिल्ली स्थित हरप्रीत के मकान पर पहुंचे थे. पुलिस का मानना है कि 2 सितंबर को ही घर में उनकी हत्या कर दी गई थी. इसके बाद से घर में एसी चलाकर शव को ठंडा रखने की कोशिश की गई ताकि दुर्गंध आसपास ना फैले.


जानकारी के अनुसार नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता त्रिलोचन सिंह की हत्या को लेकर पश्चिम जिला पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी. इस मामले में फिलहाल दो संदिग्ध हरप्रीत और हरमीत सिंह फरार है. इनके पकड़े जाने पर ही हत्या के स्पष्ट कारणों का पता चल पाएगा. गुरुवार देर शाम इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई.

क्राइम ब्रांच की एक टीम गुरुवार को मौके का मुआयना करने के लिए भी पहुंची. प्राथमिक छानबीन में यह पता चला है कि 2 सितंबर को ही त्रिलोचन सिंह की हत्या कर दी गई थी. सिर पर किसी भारी वस्तु से हमला कर उनकी हत्या करने का शक है. लेकिन पोस्टमार्टम होने के बाद ही स्पष्ट कारणों का पता चल पाएगा.


पुलिस सूत्रों ने बताया कि मृतक त्रिलोचन सिंह का बेटा कनाडा में रहता है. उनकी पत्नी भी कुछ समय पहले बेटे के पास कनाडा चली गई थी. वहीं त्रिलोचन सिंह को 3 सितंबर को कनाडा जाना था. इसके लिए वह दो सितंबर को जम्मू से दिल्ली पहुंचे और हरप्रीत के मकान पर ठहरे थे.

यहां रात के समय उनके बीच कुछ विवाद हुआ जिसमें उनकी हत्या कर दी गई. पुलिस को पता चला है कि हत्या के बाद से त्रिलोचन सिंह का मोबाइल हरप्रीत इस्तेमाल कर रहा था. उनके परिवार ने जब मोबाइल पर 3 सितंबर को कॉल किया तो हरप्रीत ने उन्हें बताया कि वह फ्लाइट लेकर निकल गए हैं. गलती से उनका मोबाइल यहीं छूट गया.

ये भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर के नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता का दिल्ली में मिला शव, जांच में जुटी पुलिस



पुलिस को जांच में पता चला है कि हरप्रीत हत्याकांड के बाद जम्मू भी गया था. वहां से वह दिल्ली लौट आया था. इस दौरान कई बार त्रिलोचन सिंह के परिवार ने मोबाइल पर सम्पर्क किया और हरप्रीत उन्हें बरगलाता रहा. बीते 8 सितंबर को त्रिलोचन सिंह के एक दोस्त ने उनके मोबाइल पर जम्मू से कॉल किया.

उसने बताया कि वह दोस्त को तलाशने के लिए दिल्ली आ रहे हैं. इस पर हरप्रीत ने उन्हें बताया कि त्रिलोचन सिंह की हत्या हो चुकी है. उनका शव उसके किराये के मकान में है. उन्होंने इसकी जानकारी जम्मू पुलिस को दी थी जिन्होंने इस बाबत पश्चिम जिला पुलिस को बताया था.

ये भी पढ़ें- नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता त्रिलोचन सिंह वजीर की मौत मामले में दो लोगों के नाम सामने आए



पश्चिम जिला पुलिस ने गुरुवार सुबह त्रिलोचन सिंह का शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. वारदात के बाद से ही हरप्रीत और हरमीत फरार चल रहे हैं. इसके चलते क्राइम ब्रांच की टीम उनकी तलाश में जुटी हुई है. पुलिस को जांच के दौरान पता चला है कि हरप्रीत की गर्लफ्रैंड हत्या के बाद उससे मिलने के लिए घर पर आई थी.

उस समय हरप्रीत ने एसी चला रखा था जिससे युवती को शव की दुर्गंध तक नहीं आई. लेकिन जब शव बरामद हुआ तो वह तेज दुर्गंध दे रहा था. इसके चलते पड़ोसियों को शक हुआ और यह शव मिल सका.

नई दिल्ली: मोती नगर इलाके में हुई नेशनल कांफ्रेंस के नेता त्रिलोचन सिंह की हत्या के मामले में जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है. उन्हें प्राथमिक छानबीन में पता चला है कि 2 सितंबर को त्रिलोचन सिंह दिल्ली स्थित हरप्रीत के मकान पर पहुंचे थे. पुलिस का मानना है कि 2 सितंबर को ही घर में उनकी हत्या कर दी गई थी. इसके बाद से घर में एसी चलाकर शव को ठंडा रखने की कोशिश की गई ताकि दुर्गंध आसपास ना फैले.


जानकारी के अनुसार नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता त्रिलोचन सिंह की हत्या को लेकर पश्चिम जिला पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी. इस मामले में फिलहाल दो संदिग्ध हरप्रीत और हरमीत सिंह फरार है. इनके पकड़े जाने पर ही हत्या के स्पष्ट कारणों का पता चल पाएगा. गुरुवार देर शाम इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई.

क्राइम ब्रांच की एक टीम गुरुवार को मौके का मुआयना करने के लिए भी पहुंची. प्राथमिक छानबीन में यह पता चला है कि 2 सितंबर को ही त्रिलोचन सिंह की हत्या कर दी गई थी. सिर पर किसी भारी वस्तु से हमला कर उनकी हत्या करने का शक है. लेकिन पोस्टमार्टम होने के बाद ही स्पष्ट कारणों का पता चल पाएगा.


पुलिस सूत्रों ने बताया कि मृतक त्रिलोचन सिंह का बेटा कनाडा में रहता है. उनकी पत्नी भी कुछ समय पहले बेटे के पास कनाडा चली गई थी. वहीं त्रिलोचन सिंह को 3 सितंबर को कनाडा जाना था. इसके लिए वह दो सितंबर को जम्मू से दिल्ली पहुंचे और हरप्रीत के मकान पर ठहरे थे.

यहां रात के समय उनके बीच कुछ विवाद हुआ जिसमें उनकी हत्या कर दी गई. पुलिस को पता चला है कि हत्या के बाद से त्रिलोचन सिंह का मोबाइल हरप्रीत इस्तेमाल कर रहा था. उनके परिवार ने जब मोबाइल पर 3 सितंबर को कॉल किया तो हरप्रीत ने उन्हें बताया कि वह फ्लाइट लेकर निकल गए हैं. गलती से उनका मोबाइल यहीं छूट गया.

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पुलिस को जांच में पता चला है कि हरप्रीत हत्याकांड के बाद जम्मू भी गया था. वहां से वह दिल्ली लौट आया था. इस दौरान कई बार त्रिलोचन सिंह के परिवार ने मोबाइल पर सम्पर्क किया और हरप्रीत उन्हें बरगलाता रहा. बीते 8 सितंबर को त्रिलोचन सिंह के एक दोस्त ने उनके मोबाइल पर जम्मू से कॉल किया.

उसने बताया कि वह दोस्त को तलाशने के लिए दिल्ली आ रहे हैं. इस पर हरप्रीत ने उन्हें बताया कि त्रिलोचन सिंह की हत्या हो चुकी है. उनका शव उसके किराये के मकान में है. उन्होंने इसकी जानकारी जम्मू पुलिस को दी थी जिन्होंने इस बाबत पश्चिम जिला पुलिस को बताया था.

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पश्चिम जिला पुलिस ने गुरुवार सुबह त्रिलोचन सिंह का शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. वारदात के बाद से ही हरप्रीत और हरमीत फरार चल रहे हैं. इसके चलते क्राइम ब्रांच की टीम उनकी तलाश में जुटी हुई है. पुलिस को जांच के दौरान पता चला है कि हरप्रीत की गर्लफ्रैंड हत्या के बाद उससे मिलने के लिए घर पर आई थी.

उस समय हरप्रीत ने एसी चला रखा था जिससे युवती को शव की दुर्गंध तक नहीं आई. लेकिन जब शव बरामद हुआ तो वह तेज दुर्गंध दे रहा था. इसके चलते पड़ोसियों को शक हुआ और यह शव मिल सका.

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