नई दिल्ली: चुनावी तैयारियों में जुटी भाजपा के लिए गुरुवार शाम को प्रदेश कार्यालय में हुई घटना दुखद रही. दरअसल, प्रदेश भाजपा में दक्षिणी जिला की मीटिंग बुलाई गई थी. चुनाव प्रभारी बनाए गए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेडकर ने दक्षिणी जिला के कार्यकर्ताओं से चुनावी तैयारी को लेकर बैठक कर रहे थे, तो कुछ देर बाद बाहर दिल्ली की पूर्व मेयर सरिता चौधरी और उनके पूर्व पति आज़ाद सिंह जोकि महरौली जिला के अध्यक्ष हैं दोंनो के बीच हाथापाई होने लगी.
इस मीटिंग के दौरान जब सांसद रमेश बिधूड़ी बाहर निकले तो कुछ कार्यकर्ता भी बाहर निकल आए. जिनमें दिल्ली की पूर्व मेयर रह चुकीं सरिता चौधरी भी थीं. सांसद रमेश बिधूड़ी से सरिता चौधरी कुछ बातचीत कर रही थीं, तभी अचानक पीछे से महरौली जिला के अध्यक्ष आज़ाद सिंह आए और सरिता चौधरी से भिड़ गए, थप्पड़ मारने व गाली गलौज करने लगे. जिससे सब अचंभित रह गए. किसी को समझ नहीं आया कि यह क्या हो रहा है?
बैठक को बीच में करना पड़ा रद्द
सांसद भी बीच बचाव करते इससे पहले आजाद सिंह भाजपा कार्यालय से बाहर निकले और चलते बने. इस घटना से प्रदेश कार्यालय में हुई बैठक बीच में ही रद्द कर दी गई. मनोज तिवारी ने सरिता चौधरी से कारण जानना चाहा मगर आजाद सिंह जिसने थप्पड़ हाथापाई की. वह उसके खिलाफ गुस्से में थी और उसने पुलिस को बुला लिया. अपने साथ हुई घटना की लिखित शिकायत पुलिस को दे दी. प्रदेश भाजपा कार्यालय में हुई इस घटना पर कोई भी नेता टिप्पणी करने से बच रहे हैं.
मनोज तिवारी ने की कार्रवाई
भाजपा ने मारपीट करने वाले आज़ाद चौधरी को पार्टी से निकालने की कार्रवाई शुरू कर दी है. मनोज तिवारी ने आज़ाद सिंह को अध्यक्ष पद से हटा दिया है और उनकी जगह विकास तंवर को महरौली जिला का कार्यवाहक अध्यक्ष मनोनीत किया है.
बता दें कि सरिता चौधरी के साथ हाथापाई करने वाले आजाद सिंह भी निगम पार्षद थे. आजाद सिंह सरिता चौधरी के पूर्व पति थे. दोनों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था और फिर उसके बाद दोनों के बीच तलाक हो गया. मगर पार्टी में दोनों ही सक्रिय रूप से भूमिका निभा रहे थे.