नई दिल्ली: चार जुलाई से होने जा रहे दिल्ली विधानसभा का इस बार का सत्र तीसरे सत्र का एक्सटेंशन है. इस बार जनहित के मुद्दों पर ना तो चर्चा होगी और ना ही सवालों का जवाब दिया जाएगा, जिसको लेकर बीजेपी के विधायकों द्वारा ऑब्जेक्शन उठाया जा रहा है. इस बार के सत्र में बीजेपी विधायकों द्वारा अल्पकाल में सात अलग-अलग सवाल उठाए गए हैं. साथ ही बीजेपी के द्वारा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली सरकार को घेरने की पूरी रणनीति तैयार कर ली गई है.
दरअसल, यह लगातार तीसरे सत्र है जिसमें प्रश्नकाल नहीं है साथ ही पिछले ढाई साल से दिल्ली सरकार के द्वारा एक बार भी विपक्ष के द्वारा चर्चा के लिए प्रस्तावित किए गए प्रस्ताव को एक्सेप्ट नहीं किया गया है. ऐसे में इस बार विधानसभा में हंगामा होने के पूरे आसार हैं.
साथ ही इस बार भी पिछले कुछ विधानसभा सत्रों की तरह इस सत्र मे प्रश्नकाल को नहीं रखा गया है. यानी कि ना तो जनहित के मुद्दे दिल्ली विधानसभा में उठाए जाएंगे और ना ही पूछे जाएंगे. सरल शब्दों में कहा जाए तो प्रश्नकाल के दौरान दिल्ली के विधायकों द्वारा राजधानी दिल्ली की जनता से जुड़ी हुई समस्याओं के मुद्दों को ना सिर्फ उठाया जाता है बल्कि उनके जवाब भी मांगे जाते हैं.लेकिन इस बार प्रश्नकाल ना होने के चलते ना तो यह सवाल उठाए जा सकेंगे और ना ही इनका जवाब देने के लिए दिल्ली सरकार प्रतिबद्ध होगी.
दिल्ली विधानसभा में चार जुलाई से शुरू होने जा रहे दो दिन के सत्र को लेकर बीजेपी के गोंडा से विधायक अजय महावर ने बातचीत के दौरान अपनी बात रखते हुए कहा कि इस बार के विधानसभा सत्र में प्रश्नकाल ना होने के चलते हुए बहुत निराश हैं. दिल्ली की जनता भी चाहती है कि अरविंद केजरीवाल के द्वारा विधानसभा का मानसून सत्र बुलाया जाता जिसमें 10 से 12 दिन दिल्ली के मुद्दों पर चर्चा होती थी और दिल्ली की जनता की जो समस्या है उनका समाधान हो पाता. लेकिन मॉनसून सत्र को ना बुलाकर तृतीय सत्र को एक्सटेंशन देकर विधानसभा का यह सत्र बुलाया गया है जो बेहद हैरान कर देने वाली बात है.
इस बार के सत्र में ना तो प्रश्नकाल है और ना ही विधायक स्टार और अन-स्टार प्रश्न ऐसे में पूछ सकते है. उसके बावजूद भी दिल्ली की जनता की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए बीजेपी के द्वारा इस बार नियम 280 और नियम 55 के तहत अल्पकाल में चर्चा के लिए सात विषय लगाए गए हैं.बीजेपी के हर एक विधायक द्वारा एक सवाल अल्पकाल में चर्चा के लिए लगाया गया है.नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी के द्वारा किसानों पर चर्चा का विषय लगाया गया है.
वहीं, अजय महावर ने खुद सत्येंद्र जैन पर सवाल लगाया है.इसी तरह दिल्ली की अन्य समस्याओं पर बाकी पांच विधायकों द्वारा भी सवाल लगाए गए हैं. लेकिन परेशानी की बात यह है कि नियम 55 के तहत जब भी बीजेपी के विधायकों द्वारा प्रमुख विपक्षी दल होने के नाते कोई भी सवाल पूछा जाता है तो उसका जवाब दिल्ली सरकार के द्वारा नहीं दिया जाता. पानी बिजली स्वास्थ्य शिक्षा हर चीज के ऊपर इस बार बीजेपी के विधायकों ने सवाल लगाए हैं लेकिन आपकी सरकार लगातार इन सवालों से दूर भाग रही है। बीजेपी के 7 विधायकों द्वारा लगाए गए अल्पकाल चर्चा के लिए लगाए गए सभी 7 सवालों को एक्सेप्ट कर दिल्ली सरकार उन पर चर्चा करें.
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