नई दिल्लीः विधानसभा के विशेष सत्र का चौथा दिन भी हंगामेदार रहा. आज सत्ता पक्ष के तमाम विधायक 'ऑपरेशन लोटस' की सीबीआई जांच कराने की मांग को लेकर सदन में हंगामा किया. इसके चलते दो बार सदन की कार्रवाही थोड़ी देर के लिए स्थगित करनी पड़ी. दोपहर 12 जब दोबारा सदन की कार्यवाही शुरू हुई तब भी हंगामा हुआ.
आम आदमी पार्टी के विधायक दुर्गेश पाठक, कुलदीप ने कहा कि केंद्र में जब से बीजेपी की सरकार बनी है, वह गैर बीजेपी शासित राज्यों में अपनी सरकार बनाने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त की है. अभी तक 277 विधायकों की खरीद-फरोख्त बीजेपी कर चुकी है. इसके लिए 6300 करोड़ रुपये कहां से आए, इसकी जांच होनी चाहिए.
आम आदमी पार्टी के विधायक दिलीप पांडे ने कहा कि हम पिछले कई दिनों से बीजेपी से मांग कर रहे हैं कि वे बताएं विधायकों के खरीद-फरोख्त के लिए पैसे कहां से लाती है? दिलीप पांडे कहते हैं कि आज तो बीजेपी वाले भी इस बात के लिए तैयार हो गए हैं कि इस मामले की जांच कराई जाए. बीजेपी सांसदों ने उपराज्यपाल को पत्र लिखा है. अब हमलोग भी पुरजोर तरीके से मांग करते हैं कि आप विधायकों ने जो अपने खरीद-फरोख्त के आरोप लगाए हैं वह सही है या नहीं? इसकी जांच हो. अब हमलोग दोपहर तीन बजे सीबीआई से जाकर गुजारिश करेंगे कि वे ऑपरेशन लोटस जिसके तहत कई राज्यों में बीजेपी ने विधायकों की खरीद-फरोख्त कर सरकार बनाई है और दिल्ली में यह ऑपरेशन विफल रहा, पूरे ऑपरेशन की जांच करें.
विधानसभा के भीतर ऑपरेशन लोटस की जांच की मांग कर हंगामा करने वाले तमाम विधायक जब वेल में आ गए, हंगामा बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष में कार्यवाही अगले दिन तक के लिए स्थगित कर दिया. उसके बाद तमाम विधायक विधानसभा परिसर में आकर गांधी जी की प्रतिमा के समीप ऑपरेशन लोटस का पुतला जलाया और अपना विरोध प्रकट किया.
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बता दें कि विधानसभा सत्र के पहले दिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी बीजेपी पर जोड़-तोड़ से सरकार बनाने को लेकर हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि बीजेपी को महाराष्ट्र की सरकार गिरानी थी तो दूध, दही, छाछ पर जीएसटी लगा दी, दोस्तों के कर्जे माफ करने होते हैं, तो पेट्रोल- डीजल महंगा करते हैं. केजरीवाल ने उस दिन ही कहा था कि खबर है कि झारखंड की सरकार गिराने वाले हैं, शर्तिया तौर पर कह रहा हूं कि अगले कुछ दिन में किसी न किसी चीज पर जीएसटी बढ़ेगी. दरअसल, लोग कह रहे हैं कि आज हम अगर यह कह दें कि गुजरात चुनाव नहीं लड़ेंगे, तो ये सब बंद हो जाएगा.