नई दिल्ली: मास्टर प्लान 2041 तैयार करने को लेकर डीडीए ने स्लम एवं जेजे कॉलोनी में रहने वाले लोगों के साथ बैठक की. इस बैठक में लोगों ने बताया कि आज भी उनके क्षेत्र में पानी एवं शौचालय की समस्या है. उन्होंने डीडीए से कहा कि उनके क्षेत्र में क्रेच बनने चाहिए एवं उन्हें बेहतर किफायती ट्रांसपोर्ट सुविधा मिलनी चाहिए. डीडीए ने उन्हें आश्वासन दिया कि मास्टर प्लान में इन सुझावों का ध्यान रखा जाएगा.
डीडीए के अनुसार वह राष्ट्रीय शहरी कार्य संस्थान के साथ मिलकर मास्टर प्लान 2041 तैयार कर रहे हैं. इसे लेकर उन्होंने दिल्ली की झुग्गी झोपड़ी कॉलोनियों एवं पुनर्वास कॉलोनियों के निवासियों के साथ एक सार्वजनिक बैठक का आयोजन किया. सुबह 11 बजे आयोजित की गई इस ऑनलाइन बैठक में 70 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. बैठक में डीडीए के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे. बैठक में भाग लेने वाले लोगों से डीडीए ने संबंधित समस्या में सुधार, आवास, रहन-सहन की स्थितियों, सामाजिक और भौतिक आधारिक संरचना की क्षमता के बारे में सुझाव मांगे.
गंदे पानी से लेकर शौचालय तक की समस्या
बैठक में भाग लेने वाले अधिकांश लोगों ने कहा कि कॉलोनियों में स्वच्छता सुविधाओं की कमी के संबंध में उनकी चिंता है. उनके क्षेत्र में पाइपलाइन, पानी, शौचालय और कूड़े निपटान की सुविधाओं का अभाव है. खुले नालों में गंदे पानी का बहना, अनुपयुक्त रखरखाव और सार्वजनिक शौचालय खराब स्थिति में है. इसकी वजह से लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है. अभी के समय में आवास में लघु स्तरीय कार्य स्थल और मिश्रित उपयोग हेतु अनुमति देने की जरूरत लोगों द्वारा जाहिर की गई. उन्होंने कहा कि ऐसी सभी कॉलोनियों में प्राथमिक विद्यालय सुविधाओं के साथ शामिल करने की जरूरत है.
स्लम क्षेत्र में भी बने क्रेच
लोगों ने डीडीए से कहा कि उनके क्षेत्र में क्रेच होने चाहिए, जहां छोटे बच्चों को छोड़कर महिलाएं काम पर जा सके. उनके बच्चे सुरक्षित माहौल में रह सकेंगे. बहुत से लोगों ने उनकी कॉलोनी से लेकर कार्य स्थल तक जाने के लिए किफायती यात्रा विकल्पों के अभाव का भी मुद्दा उठाया. उन्होंने अधिक बसों को जोड़े जाने का अनुरोध किया. सभी प्रतिभागियों ने उनकी कालोनी और उससे संबंधित आधारित संरचना में सुधार लाने के लिए सरकारी एजेंसियों के साथ सहयोग में बात की. उन्होंने दिल्ली मास्टर प्लान 2041 को तैयार करने के स्तर पर लोगों के विचार मांगने तथा उनकी समस्याओं को समझने के लिए डीडीए की पहल का स्वागत किया. दिल्ली के सभी निवासियों के लिए डीडीए पोर्टल खुला हुआ है, जिससे वह शहर के भविष्य के बारे में अपने विचार साझा कर सकते हैं.