नई दिल्ली: दुनिया भर में तहलका मचाने वाले कोरोना वायरस का वैज्ञानिक नाम कोविड-19 है. पूरी दुनिया इस वायरस से बचने व लड़ने के लिए उपाय में जुटी हुई है. भारत में भी जिस तरह वायरस का प्रकोप दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है. अब इससे बचाओ ही एकमात्र उपाय सामने नजर आ रहा है. ऐसे में कोरोना वायरस से बचाव के लिए जो उपयोगी चीजें हैं वह एक छत के नीचे मिल सके दिल्ली के रोहिणी में रहने वाले सुनील जैन नाम के युवा ने कोविड-19 नाम से ही एक स्टोर शुरू किया है. इसमें सिर्फ कोरोना से बचाव के इसलिए जो भी सामान होते हैं वह उपलब्ध है.
कोविड 19 स्टोर शुरू करने के पीछे क्या सोच थी? इस बारे में स्टोर के संचालक सुनील जैन बताते हैं कि उन्होंने 4 दिन पहले ही यह स्टोर शुरू किया है. कोरोना के वायरस से तभी तक बचा जा सकता है, जब तक हम इससे दूर रहें. इसे खत्म करने के उपाय के बारे में हमें जानकारी हो इस बारे में केंद्र सरकार जोर-शोर से लोगों को जागरूक कर रही है. स्वदेशी सैनिटाइजर, मास्क, फेस शील्ड सब उपलब्ध सुनील बताते हैं इस स्टोर को इसलिए शुरू करने का विचार आया क्योंकि कोरोना वायरस के जब मामले सामने आए तब लोगों को मामूली हैंड सैनिटाइजर, मास्क आदि काफी महंगे दामों पर मिल रहा था. वह भी सभी दुकानों पर उपलब्ध नहीं था. इसके अलावा जिस तरह डॉक्टर फेस शिल्ड, स्प्रे, हैंड सैनिटाइजर व अन्य बचाव की जो चीजें हैं उसके बारे में लोगों को जागरूक किया जाए. अब लोग कोरोना से बचने के लिए इन सब चीजों का इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्हें यह सब चीजें लेने के लिए अलग-अलग जगहों पर न भटकना पड़े इसलिए ऐसी दुकान खोलने का विचार आया.
आत्मनिर्भर बने भारत
बता दें कि कोविड स्टोर में जितने भी चीज उपलब्ध हैं, वह सब दिल्ली के ही बवाना औद्योगिक इलाके स्थित फैक्ट्री में बनी हुई है औऱ सभी चीजें स्वदेशी हैं. कोरोना वायरस के संक्रमण काल में जिस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वदेशी चीजों के इस्तेमाल कर देश के लोगों को आत्मनिर्भर बनने की अपील की है इसको संचालक ने पूरी कोशिश की स्टोर उसी तर्ज पर चलें.
बता दें कि मंगलवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम संबोधन में लॉकडाउन के दौरान जो आर्थिक नुकसान हुआ है उसके लिए आर्थिक पैकेज ऐलान किया. साथ ही उन्होंने यह बात कही की जान है तो जहान है. कोरोना वायरस से लड़ने के क्रम में देश के लोगों ने लोकल चीजों पर आत्मनिर्भर रहकर जीना सीख लिया है यह एक बड़ी उपलब्धि के समान है.