नई दिल्ली: सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली का हर एक बच्चा उनके बेटे पुलकित के समान है. वो हर एक बच्चे को अपना बेटा समझते हैं और इसी सोच के साथ वह दिल्ली के हर एक बच्चे की चिंता करते हैं.
'आज के समय में कोचिंग महंगी हो गई'
केजरीवाल ने कहा कि इसी कड़ी में दिल्ली सरकार की ओर से 1 साल पहले 'जय भीम मुख्यमंत्री योजना' चलाई गई थी, जिसके अंतर्गत यदि कोई छात्र कॉम्पिटिटिव एग्जाम आईआईटी, एम्स जैसे संस्थानों में पढ़ना चाहता है, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के कारण दाखिले के लिए कोचिंग नहीं ले पाता तो वह इस योजना के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन करवाकर कोचिंग ले सकता है.
कोचिंग की लाखों रुपये फीस पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब वह छात्र थे, तो उन्होंने आईआईटी में दाखिला लेने के लिए कोचिंग ली थी, लेकिन आज एक आम इंसान या गरीब का बच्चा कोचिंग ले ही नहीं सकता. जिस तरीके से कोचिंग आज के समय में महंगी हो चुकी है.
अच्छे रेस्पॉन्स के बाद किया गया लागू
उन्होंने कहा कि अगर कम से कम भी कोचिंग ली जाए, किसी पेपर को पास करने के लिए तो एक से डेढ़ लाख रुपये उसकी फीस होती है. जो एक गरीब नहीं चुका सकता. केजरीवाल ने कहा कि सरकार की ओर से जय भीम मुख्यमंत्री योजना शुरू की गई थी, जिसमें बच्चे को कोचिंग की फीस दी जाएगी. पहले यह योजना एसटी-एससी छात्रों के लिए लागू की गई थी, लेकिन पिछले 1 साल में छात्रों से अच्छे रेस्पॉन्स मिलने के बाद इसे अब ओबीसी,जनरल समेत तमाम छात्रों के लिए लागू कर दिया गया है.
उन्होंने कहा कि इस साल एक दर्जी के बेटे विजय ने भी इसी योजना का लाभ उठाकर आईआईटी में दाखिला लिया है. खास बात यह है कि अरविंद केजरीवाल के बेटे ने भी आईआईटी में इसी साल दाखिला लिया है और एक साथ विजय और उनका बेटा पुलकित आईआईटी में पढ़ने जा रहा है, जो बेहद ही खास है. इस योजना के लाभ से हर एक गरीब के बच्चे को भी अच्छे संस्थानों में पढ़ने का मौका मिल रहा है.