नई दिल्ली: कोरोना महामारी की चपेट में आए परिवारों के अनाथ बच्चों को लेकर उठाई गई भाजपा नेता की मांग को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मान लिया है. दरअसल, भाजपा नेता बीसी वशिष्ठ ने इस बाबत मुख्यमंत्री को टैग करते हुए एक ट्वीट किया था, जिसे सीएम ने गंभीरता से लेते हुए ही इसे लेकर ट्वीट किया. जिसमें उन्होंने लिखी, 'ऐसे कई बच्चे जिनके माता पिता दोनो चल बसे, उन बच्चों की पढ़ाई और परवरिश का सारा खर्चा दिल्ली सरकार उठाएगी. जिन बुजुर्गों ने अपने घर के युवाओं को खो दिया उनका ख्याल दिल्ली सरकार रखेगी.'
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भारतीय जनता पार्टी के उत्तर पूर्वी जिला प्रवक्ता एवं भजनपुरा मंडल प्रभारी बीसी वशिष्ठ ने कोरोना काल में मरने वाले परिवारों के अनाथ हुए बच्चों के भविष्य को देखते हुए दिल्ली सरकार से मांग करते हुए सीएम को टैग करके एक ट्वीट किया था, जिसके कुछ ही घंटों बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इसे लेकर एक ट्वीट किया और बाकायदा एक बयान भी जारी किया.
भाजपा नेता बीसी वशिष्ठ ने बताया कि महामारी में इस समस्या को लेकर किए गए उनके ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि कोरोना महामारी #covid-19 में अनाथ हुए बच्चे जिन्होंने अपने मां बाप को खो दिया, मेरा केजरीवाल जी से आग्रह है कि उन बच्चों को दिल्ली सरकार गोद लेकर उनकी पढ़ाई लिखाई और परवरिश का जिम्मा ले.
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अगले ही कुछ समय में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इसे लेकर ट्वीट किया और बाकायदा बयान भी जारी किया. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अपने ट्वीट में कहा कि ऐसे कई बच्चे जिनके माता पिता दोनों चल बसे, उन बच्चों की पढ़ाई और परवरिश का सारा खर्च दिल्ली सरकार उठाएगी. सीएम ने अपने ट्वीट में एक कदम आगे बढ़ते हुए जिन बुजुर्गों ने अपने घर के युवाओं को खो दिया उनका ख्याल दिल्ली सरकार रखेगी.
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भाजपा नेता बीसी वशिष्ठ लंबे समय से कोरोना प्रभावितों की मदद कर रहे हैं, बल्कि उनके हितों और अधिकारों के लिए दिल्ली सरकार से मांग कर रहे हैं. भाजपा नेता का दावा है कि उन्होंने ऐसे गंभीर विषय को उठाया था कि मुख्यमंत्री को भी इसे स्वीकारते हुए ऐलान करना पड़ा. उन्होंने मुख्यमंत्री के इस कदम की सराहना करते हुए इस पर जल्द अमल करने को कहा ताकि बच्चों का भविष्य संवारा जा सके.