नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने नगर निगम पर आरोप लगाया कि उनकी लापरवाही के कारण दिल्ली की लगभग 25000 गायों के समक्ष चारे का संकट उत्पन्न हो गया है. आम आदमी पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा कि दिल्ली सरकार ने इन गौशालाओं के लिए अपने हिस्से का फंड दे दिया है. लेकिन नगर निगम द्वारा पिछले 3 सालों से इन गौशालाओ को कोई फंड नहीं दिया गया है.
उत्पन्न हुआ चारे का संकट
AAP के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना काल और लॉकडाउन के दौरान हर किसी को परेशानी से गुजरना पड़ा. सबसे ज्यादा मार जानवरों पर पड़ी है. अभी के समय दिल्ली में करीब 25000 गायों के सामने चारे का संकट उत्पन्न हो गया है. क्योंकि नगर निगम द्वारा दिल्ली के चार बड़े गौशालाओं को पिछले 3 साल से कोई फंड नहीं दिया गया है. जबकि दिल्ली सरकार समय से इन्हें फंड देते आई है.
'चुनाव के समय याद आती है गाय माता'
दुर्गेश पाठक ने कहा कि निगम द्वारा फंड ना देने के कारण दिल्ली के 25000 गायों के समक्ष चारे का संकट उत्पन्न हो गया है. इसके लिए एक पार्टी जिम्मेदार है जो पूरे देश में गाय माता के नाम पर लोगों को मारते पीटते है और वोट मांगती है. लेकिन जब फंड देने की बारी आती है तो वह इस में आनाकानी करते हैं. उन्होंने कहा कि प्रति गाय 20 रुपये के दर से फंड दिल्ली सरकार देती है और उतना ही निगम को देना होता है. पिछले कई साल से दिल्ली सरकार तय समय पर अपना फंड इन गौशालाओं को देती आई है. वर्ष 2019 -20 में दिल्ली सरकार ने 11 करोड़ तो वही 2018 - 19 में साढे 10 करोड़ रुपये इन गौशालाओं को दिए थे.
'गायों का चारा खा गया नगर निगम'
दुर्गेश पाठक ने कहा कि बीजेपी शासित नगर निगम वाले लिंटर के नाम पर, नाले की सफाई, कूड़े की सफाई में पैसा खाते हैं और अब गायों के चारे का पैसा भी खा गए. इन गौशालाओं में तीन से चार दिन का चारा बचा है. इसलिए हम निगम से मांग करते हैं कि जल्द से जल्द इन गौशालाओं को 30 करोड़ रुपये का बकाया दें. साथ ही हम बीजेपी से अपेक्षा करते हैं कि कम से कम गायों के राशन पर बीजेपी भ्रष्टाचार नहीं करें.