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साउथ एमसीडी: पार्कों के लिए नहीं हैं माली, करीब 42% पोस्ट खाली - साउथ एमसीडी के पार्को में कई ट्यूबवेल भी खराब

दिल्ली की साउथ एमसीडी इन दिनों वित्तीय संकट से जूझने के साथ ही कर्मचारियों की कमी का सामना भी कर रही है. निगम के पार्कों का ध्यान रखने के लिए यहां सेंक्शन की गई मालियों की पोस्ट में करीब 42 फीसदी पोस्ट खाली हैं.

south corporation running out of employees in horticulture
पार्कों के लिए नहीं हैं माली, क़रीब 42% पोस्ट ख़ाली
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Published : Mar 2, 2021, 10:09 AM IST

नई दिल्ली: साउथ एमसीडी इन दिनों वित्तीय संकट से जूझने के साथ ही कर्मचारियों की कमी का सामना भी कर रही है. निगम के पार्को का ध्यान रखने के लिए यहां सेंक्शन की गई मालियों की पोस्ट में करीब 42 फीसदी पोस्ट खाली पड़ी हैं. कुल 3210 जगहों में 1863 पर माली हैं ही नहीं.

30-50 फीसदी पद खाली

निगम की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, निगम में 1,347 माली 6862 नगर निगम पार्कों की देखभाल कर रहे हैं, जो कि 2185.36 एकड़ के क्षेत्र में फैले हुए हैं. हॉर्टिकल्चर विभाग में अन्य पदों का भी यही हाल है. हर ज़ोन में यहाँ क़रीब 30-50 फ़ीसदी पद ख़ाली पड़े हैं. इस सम्बंध में पदों की डिमांड डीएसएसएसबी के सामने रखी जाती है. समय समय पर फॉलोअप भी किया गया है, लेकिन हालात जस के तस बने हुए हैं. आश्रितों को कॉट्रैक्ट बेसिस पर इसके लिए रखा भी गया है, लेकिन उसके बाद भी बड़ी संख्या में पद खाली हैं.

ये भी पढ़ें: डिजिटलाइजेशन की तरफ बढ़ रहा निगम, लगातार कमियों को सुधारा जा रहा

पार्को में कई ट्यूबवेल भी खराब

इतना ही नहीं, पार्को में कई ट्यूबवेल भी खराब पड़े हैं. कुल 1,421 ट्यूबवेल में से, 167 काम नहीं करते हैं. सेंट्रल ज़ोन में 66 खराब पड़े नलकूप हैं और नजफगढ़ में 49. साउथ जोन में ये संख्या 6 है तो वहीं पश्चिम क्षेत्र में 46 ऐसे हैं, जिनमें से 23 वॉटर लेवल गिरने के कारण सील किए गए हैं.

हॉर्टिकल्चर विभाग की कार्यप्रणाली प्रभावित

हॉर्टिकल्चर विभाग के अधिकारी बताते हैं की विभाग की कार्यप्रणाली इससे प्रभावित होती है. लेकिन इसका कोई त्वरित समाधान भी नहीं है. कोशिश की जा रही है कि ट्यूबवेल की जगह ट्रीटेड पानी का इस्तेमाल हो जाए लेकिन जहां तक पदों की बात है, पत्र लिखने के अलावा कोई समाधान ही नहीं है.

नई दिल्ली: साउथ एमसीडी इन दिनों वित्तीय संकट से जूझने के साथ ही कर्मचारियों की कमी का सामना भी कर रही है. निगम के पार्को का ध्यान रखने के लिए यहां सेंक्शन की गई मालियों की पोस्ट में करीब 42 फीसदी पोस्ट खाली पड़ी हैं. कुल 3210 जगहों में 1863 पर माली हैं ही नहीं.

30-50 फीसदी पद खाली

निगम की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, निगम में 1,347 माली 6862 नगर निगम पार्कों की देखभाल कर रहे हैं, जो कि 2185.36 एकड़ के क्षेत्र में फैले हुए हैं. हॉर्टिकल्चर विभाग में अन्य पदों का भी यही हाल है. हर ज़ोन में यहाँ क़रीब 30-50 फ़ीसदी पद ख़ाली पड़े हैं. इस सम्बंध में पदों की डिमांड डीएसएसएसबी के सामने रखी जाती है. समय समय पर फॉलोअप भी किया गया है, लेकिन हालात जस के तस बने हुए हैं. आश्रितों को कॉट्रैक्ट बेसिस पर इसके लिए रखा भी गया है, लेकिन उसके बाद भी बड़ी संख्या में पद खाली हैं.

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पार्को में कई ट्यूबवेल भी खराब

इतना ही नहीं, पार्को में कई ट्यूबवेल भी खराब पड़े हैं. कुल 1,421 ट्यूबवेल में से, 167 काम नहीं करते हैं. सेंट्रल ज़ोन में 66 खराब पड़े नलकूप हैं और नजफगढ़ में 49. साउथ जोन में ये संख्या 6 है तो वहीं पश्चिम क्षेत्र में 46 ऐसे हैं, जिनमें से 23 वॉटर लेवल गिरने के कारण सील किए गए हैं.

हॉर्टिकल्चर विभाग की कार्यप्रणाली प्रभावित

हॉर्टिकल्चर विभाग के अधिकारी बताते हैं की विभाग की कार्यप्रणाली इससे प्रभावित होती है. लेकिन इसका कोई त्वरित समाधान भी नहीं है. कोशिश की जा रही है कि ट्यूबवेल की जगह ट्रीटेड पानी का इस्तेमाल हो जाए लेकिन जहां तक पदों की बात है, पत्र लिखने के अलावा कोई समाधान ही नहीं है.

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