नई दिल्ली: साल के आखिरी दिन यानी की 31 दिसंबर को जौमेटो पर जबरदस्त सेल हुई है. इसके बाद कंपनी ने रिकॉर्ड फूड ऑर्डर से उत्साहित होकर फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो ने प्रमुख बाजारों में अपने अनिवार्य प्लेटफॉर्म शुल्क को 3 रुपये प्रति ऑर्डर से बढ़ाकर 4 रुपये कर दिया है. नई रेट 1 जनवरी से प्रभावी हो गई है. नए साल के मौके पर देखा गया कि जोमैटो ने कुछ बाजारों में अपने प्लेटफॉर्म शुल्क को अस्थायी रूप से 9 रुपये प्रति ऑर्डर तक बढ़ा दिया है. अंतरराष्ट्रीय ब्रोकरेज फर्म सीएलएसए के स्टॉक पर तेजी रहने के बाद कंपनी के शेयर मंगलवार को उच्च स्तर पर खुले.
पिछले साल भी कंपनी ने बढ़ाया था शुल्क
पिछले साल अगस्त में जोमैटो ने अपने मार्जिन में सुधार करने और लाभदायक बनने के लिए 2 रुपये का प्लेटफॉर्म शुल्क पेश किया था. कंपनी ने बाद में प्लेटफॉर्म शुल्क को 3 रुपये तक बढ़ा दिया और 1 जनवरी को इसे फिर से बढ़ाकर 4 रुपये कर दिया है. नया प्लेटफॉर्म शुल्क जोमैटो गोल्ड सहित सभी ग्राहकों पर लगाया गया है.
जोमैटो और उसके इंस्टेंट कॉमर्स प्लेटफॉर्म ब्लिंकिट ने पिछले वर्षों की तुलना में नए साल की पूर्व संध्या पर अब तक के सबसे अधिक ऑर्डर और बुकिंग देखीं. जोमैटो के संस्थापक और सीईओ दीपिंदर गोयल ने एक्स पर पोस्ट किया कि हमने NYE 23 पर लगभग उतने ही ऑर्डर वितरित किए हैं जितने हमने NYE 15, 16, 17, 18 को दिए थे. ब्लिंकिट के सीईओ अलबिंदर ढींढसा ने कहा कि उन्होंने शाम को ही NYE 2022 को किए गए ऑर्डर की कुल संख्या को पार कर लिया है.
जौमेटो को मिला कारण बताओ नोटिस
इस बीच, जोमैटो को दिल्ली में टैक्स अधिकारियों से नोटिस मिला और कर्नाटक में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के कथित तौर पर 4.2 करोड़ रुपये के कम भुगतान का आरोप है. जोमैटो ने कहा कि वह कर मांग नोटिस के खिलाफ अपील करेगा. ऐसा तब हुआ जब जोमैटो को वस्तु एवं सेवा कर अधिकारियों से 400 करोड़ रुपये का कारण बताओ नोटिस मिला. अनपेड पेडिंग राशि को डिलीवरी शुल्क के रूप में एकत्र किया गया है.