नई दिल्ली: यस बैंक एक बार फिर से अपने बैड लोन को बेचना चाहता है. एक साल पहले बैंक ने 48,000 करोड़ रुपये की बड़ी लोन बिक को बेचा था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बैंक लगभग एक साल बाद फिर से 4,200 करोड़ रुपये से अधिक के बैड लोन को बेचना चाहता है. यह कदम निजी लेंडर के अपनी बैलेंस शीट को साफ करने और अपने फाइनेंशियल हेल्थ में सुधार करने के चल रहे प्रयासों का हिस्सा है.
यस बैंक ने इनको जारी किया नोटिस
फाइनेंशियल कंपनियों और एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी (एआरसी) को दो अलग-अलग नोटिस जारी किए गए हैं क्योंकि यस बैंक अपने कुल 4,233 करोड़ रुपये के कॉर्पोरेट और खुदरा लोन के लिए खरीदारों की तलाश कर रहा है. पिछले साल, बैंक ने 48,000 करोड़ रुपये का नॉन-परफॉर्मिंग लोन पोर्टफोलियो जेसी फ्लावर्स एआरसी को बेच दिया था, जिसे संकटग्रस्त लोन सेक्शन में सबसे बड़े सेकेंडरी बाजार व्यापार के रूप में देखा गया था.
ब्रिकी के लिए इनके लोन शामिल है
कॉर्पोरेट लेन पोर्टफोलियो आठ खातों से बना है, जिसका कुल मूल्य 3,091 करोड़ रुपये है, जबकि खुदरा पोर्टफोलियो 1,142 करोड़ रुपये का है. बैंक केवल नकदी में ऑफर मांग रहा है, पिछली बिक्री के विपरीत जिसमें नकदी और सुरक्षा रसीदों का मिश्रण शामिल था. कॉर्पोरेट लोन पोर्टफोलियो में प्रोमेथियन एंटरप्राइजेज और माल्वर्न ट्रैवल्स, यूके, कॉक्स एंड किंग्स की सहयोगी कंपनियों के साथ-साथ कैटर्रा इंडिया जैसी प्रमुख कंपनियां शामिल हैं. इंद्रजीत पावर, एटीएस रियलवर्थ, एटीएस इंफ्रास्ट्रक्चर, एटीएस टाउनशिप और उमरीथा इंफ्रास्ट्रक्चर के लोन भी बिक्री के लिए हैं.