नई दिल्ली : भारत में बिसलेरी का इतिहास लगभग 5 साल पुराना है. ये ब्रांड भारत में बोतल बंद पानी बेचने की इंडस्ट्री के रूप में मशहूर है. इस कंपनी को रमेश चौहान ने महज 4 लाख रुपए में 28 साल की उम्र में शुरू किया था. पीने के पानी का व्यापार 20,000 करोड़ से भी अधिक का है. Bisleri का इसपर लगभग 32 फीसदी कब्जा है. जिसका मतलब है कि देश में हर तीसरा पानी बोतल Bisleri का है. अब Ramesh Chauhan की उम्र 82 साल हो चुकी है और वो अपनी कंपनी की कमान नए उत्तराधिकारी को देना चाहते है. वो हैं उनकी बेटी जयंती चौहान. लेकिन उन्होंने ये जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया है.
जयंती चौहान बिसलेरी के बिजनेस में कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखा रही हैं. इसी वजह से उनके पिता ने इस कंपनी की कमान सीईओ एंजेलो जॉर्ज को सौंपने का फैसला किया है. ऐसे में ये जानने में दिलचस्प है कि 7,000 करोड़ की कंपनी की कमान संभालने से इनकार करने वाली Jayanti Chauhan कौन हैं.
24 साल की उम्र में करियर की शुरुआत की : जयंती चौहान 24 साल की उम्र से बिसलेरी का हिस्सा हैं और अब वॉइस चैयरपर्सन के रूप में कार्य करती हैं. उन्होंने अपने पिता के मार्गदर्शन में अपने करियर की शुरुआत की. इस तरह सबसे पहले कंपनी के दिल्ली कार्यालय का कार्यभार संभाला. चौहान ने कारखानों के नवीनीकरण और विभिन्न प्रक्रियाओं में ऑटोमेशन लाने में अहम भूमिका निभाई.
कई सारे प्रोजेक्ट से जुड़ी हैं : 2011 में, चौहान ने मुंबई कार्यालय की देखभाल शुरू की. वह वर्तमान में कंपनी के नए उत्पाद विकास को संभाल रही है. इसके साथ ही हिमालय से बिसलेरी मिनरल वाटर, वेदिका नेचुरल मिनरल वाटर, बिसलेरी हैंड प्यूरीफायर और फिजी फ्रूट ड्रिंक्स के संचालन में भी शामिल है.
बिसलेरी को ग्लोबल ब्रांड बनाने में भूमिका : 24 साल में करियर की शुरुआत करने वाली जयंती 42 साल की हो चुकी है. वह बिसलेरी की Sales और Advertising टीमों का नेतृत्व कर रही हैं. इसके अलावा बिसलेरी की ऐड और ब्रांडिंग से जुड़े काम भी देखती हैं. Bisleri को वैश्विक स्तर पर एक ब्रांड बनाने में जंयती की महत्वपूर्ण भूमिका रही है.
फैशन डिजाइनिंग से की पढ़ाई : जयंती चौहान ने लॉस एंजिल्स, यूएस में फैशन इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन एंड मर्चेंडाइजिंग में उत्पाद विकास का अध्ययन किया और इटली के इस्टिटूटो मारंगोनी मिलानो में फैशन स्टाइलिंग में स्टडीज की हैं. चौहान फोटोग्राफी और फैशन स्टाइलिंग करने के लिए लंदन कॉलेज ऑफ फैशन भी गईं. उन्होंने स्कूल ऑफ ओरिएंटल एंड अफ्रीकन स्टडीज (SOAS), लंदन विश्वविद्यालय से अरबी में डिग्री प्राप्त की है.
जयंती चौहान का बचपन : चौहान का ज्यादातर बचपन दिल्ली, मुंबई और न्यूयॉर्क शहर में बीता है. वह यात्रा करना पसंद करती है. साथ ही पेट लवर हैं. रमेश चौहान ने कहा कि बिसलेरी को बेचने की उनकी कोई योजना नहीं है. इस बिजनेस की कमान अब उनकी बेटी जयंती चौहान संभालेगी. पिछले साल नवंबर में कारोबारी यह कहकर कंपनी के लिए खरीदार की तलाश कर रहे थे कि Jayanti Chauhan को इसे चलाने में कोई दिलचस्पी नहीं है.
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