मुंबई: जिंदल स्टेनलेस लिमिटेड के द्वारा रबीरुन विनिमय प्राइवेट लिमिटेड का अधिग्रहण किया जाएगा, इसके लिए JSL के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने मंजूरी दे दी है. जिंदल स्टेनलेस लिमिटेड ने कहा कि बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड 2016 के अनुरूप दिवालियापन के तहत रखी गई कंपनी रबीरुन विनिमय प्राइवेट लिमिटेड (RVPL) में 100 फीसदी हिस्सेदारी के अधिग्रहण को अपनी सहमति दे दी.
दिवालिया हो चुकी कंपनी का अधिग्रहण
दिवालियापन से गुजर रही रबीरुन विनिमय प्राइवेट लिमिटेड (Rabirun Exchange Pvt Ltd) के आधिकारिक परिसमापक से बिक्री प्रमाण पत्र मिलने के साथ ही यह अधिग्रहण पूरा हो जाएगा. जिंदल स्टेनलेस लिमिटेड ने शेयर बाजार को दी गई एक सूचना में कहा कि इस अधिग्रहण से कंपनी को काफी फायदा होगा. कंपनी को इस अधिग्रहण से 96 करोड़ रुपये की लागत आने वाली है. बता दें, इस अधिग्रहण के चालू वित्त वर्ष में पूरा होने की संभावना जताई जा रही है.
इन्वेस्टर्स को मिला बढ़िया रिटर्न
जिंदल लिमिटेड के शेयरों ने इन्वेस्टर्स को बढ़िया रिटर्न दिया है. छह महीने में स्टॉक में 63 फीसदी से ज्यादा का उछाल देखा गया है. इस वर्ष कंपनी का शेयर अब तक 115 फीसदी चढ़ा है. कंपनी के शेयर जिंदल लिमिटेड ने एक साल में अपने निवेशकों को155 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया है.
वरुण बेवरेजेज लिमिटेड ने की बड़ी घोषणा
वरुण बेवरेजेज लिमिटेड ने कारोबारी सप्ताह के दूसरे दिन मंगलवार घरेलु बाजार बंद होने के बाद एक बड़ी घोषणा की. वरुण बेवरेजेज ने दक्षिण अफ्रीका स्थित द बेवरेज कंपनी का 1,320 करोड़ रुपये में अधिग्रहण करने की घोषणा की. पेप्सी इंडिया के बॉटलर वरुण बेवरेजेज ने मंगलवार को बीएसई फाइलिंग में कहा कि कंपनी 1,320 करोड़ रुपये के उद्यम मूल्य पर एक सौदे में दक्षिण अफ्रीका स्थित द बेवरेज कंपनी और उसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियों (BevCo) का अधिग्रहण करेगी.
कंपनी को होगा फायदा
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि बेवको दक्षिण अफ्रीका में लाइसेंस प्राप्त स्वयं-ब्रांडेड गैर-अल्कोहल पेय पदार्थों के निर्माण और वितरण के व्यवसाय में लगी हुई है. इसके पास दक्षिण अफ्रीका, लेसोथो और इस्वातिनी में पेप्सिको इंक. से फ्रेंचाइजी अधिकार हैं. इसके पास नामीबिया और बोत्सवाना के वितरण अधिकार भी हैं. प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह अधिग्रहण वरुण बेवरेजेज को सक्षम करेगा, जो गैर-अल्कोहल पेय पदार्थों का निर्माण और वितरण करता है, ताकि वह अफ्रीका में अपने भौगोलिक पदचिह्न का विस्तार कर सके. इसमें आगे कहा गया है कि अधिग्रहण पूरा होने की सांकेतिक अवधि 31 जुलाई, 2024 या उससे पहले है.
शेयरों में दिखा जोरदार उछाल
वहीं, इस अधिग्रहण की खबर के बाद बुधवार को वरुण बेवरेजेज लिमिटेड के शेयर में एक्शन दिखने को मिला. 20 दिसंबर को शुरुआती कारोबार में वरुण बेवरेजेज के शेयर की कीमत 15 प्रतिशत बढ़कर 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर 1,380.45 रुपये पर पहुंच गई है, बता दें, मंगलवार 19 दिसंबर को वरुण बेवरेजेज का शेयर 3.71 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ. 1 साल में शेयर का रिटर्न करीब 70 प्रतिशत रहा.