ETV Bharat / business

US Fed Interest Rate: बैंकिंग संकट के बीच फेड ने बढ़ाया इतना रेपो रेट, जानें क्या है मकसद - बैंकिंग संकट

अमेरिका में बैंकिंग संकट के बीच केंद्रीय बैंक ने एक बार फिर इंटरेस्ट रेट में बढ़ोत्तरी की. इसके साथ ही बैंक ने बता दिया कि उसका मुख्य फोकस महंगाई को कम करना है.

US Fed Interest Rate
यूएस फेड ब्याज दर
author img

By

Published : Mar 23, 2023, 12:55 PM IST

नई दिल्ली : अमेरिका के केंद्रीय बैंक Us Fedral Reserve Bank ने बुधवार 22 मार्च को इंटरेस्ट रेट में एक बार फिर 0.25 फीसदी से बढ़ोतरी का ऐलान किया है. इसके साथ ही बैंक ने साफ कर दिया है कि बैंकिंग संकट के बावजूद भी उसका मुख्य फोकस महंगाई को कम करना है. साथ ही बैंक ने इस ओर भी इशारा किया है कि वह इस साल के अंत तक एक और बार इंटरेस्ट रेट बढ़ा सकता है. गौरतलब है कि फेडरल रिजर्ब बैंक ने ये ब्याज दरें ऐसे समय में बढ़ाई है, जब Silicon Valley Bank के डूबने के बाद बैंकिंग सेक्टर में तनाव की स्थिति देखने को मिल रही है.

महंगाई कम करना मुख्य लक्ष्य
फेडरल रिजर्ब बैंक इस बात की तरफ भी इशारा कर रहा है कि इंटरेस्ट रेट में बढ़ोतरी अपने शिखर के करीब है, यानी बढ़ोत्तरी जल्द ही खत्म हो सकती है. एक बयान में बैंक ने कहा कि, अमेरिकी बैंकिंग सिस्टम मजबूत और लचीली है. हालांकि इंटरेस्ट रेट बढ़ाने से हालिया समय में लोगों और कंपनियों को लोन लेना महंगा पड़ सकता है. इसके साथ ही इसका असर आर्थिक गतिविधियों, हायरिंग और इंफ्लेशन पर भी पड़ने की संभावना है. इन प्रभावों की सीमा अनिश्चित है. समिति महंगाई से जुड़े जोखिमों के प्रति ज्यादा सतर्कता रखती है.

इंटरेस्ट रेट बढ़ने के बाद वॉल स्ट्रीट में तेजी
Fedral Reserve Bank द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी का अनुमान पहले से ही लगाया जा रहा था. अधिकतर विशेषज्ञों ने इंटरेस्ट रेट में 0.25 फीसदी की बढ़ोत्तरी का अनुमान लगाया था. गौरतलब है कि फेडरल रिजर्व के ऐलान के बाद S&P -500 इंडेक्स 0.26 फीसदी से चढ़ गया. हालांकि इस दौरान डॉलर इंडेक्स 0.465 फीसदी से गिरकर 102.680 पर आ गया.

पढ़ें : Hindenburg Research: अडाणी के बाद हिंडनबर्ग ने की नए धमाके की तैयारी, जाने अब किसकी बारी ?

नई दिल्ली : अमेरिका के केंद्रीय बैंक Us Fedral Reserve Bank ने बुधवार 22 मार्च को इंटरेस्ट रेट में एक बार फिर 0.25 फीसदी से बढ़ोतरी का ऐलान किया है. इसके साथ ही बैंक ने साफ कर दिया है कि बैंकिंग संकट के बावजूद भी उसका मुख्य फोकस महंगाई को कम करना है. साथ ही बैंक ने इस ओर भी इशारा किया है कि वह इस साल के अंत तक एक और बार इंटरेस्ट रेट बढ़ा सकता है. गौरतलब है कि फेडरल रिजर्ब बैंक ने ये ब्याज दरें ऐसे समय में बढ़ाई है, जब Silicon Valley Bank के डूबने के बाद बैंकिंग सेक्टर में तनाव की स्थिति देखने को मिल रही है.

महंगाई कम करना मुख्य लक्ष्य
फेडरल रिजर्ब बैंक इस बात की तरफ भी इशारा कर रहा है कि इंटरेस्ट रेट में बढ़ोतरी अपने शिखर के करीब है, यानी बढ़ोत्तरी जल्द ही खत्म हो सकती है. एक बयान में बैंक ने कहा कि, अमेरिकी बैंकिंग सिस्टम मजबूत और लचीली है. हालांकि इंटरेस्ट रेट बढ़ाने से हालिया समय में लोगों और कंपनियों को लोन लेना महंगा पड़ सकता है. इसके साथ ही इसका असर आर्थिक गतिविधियों, हायरिंग और इंफ्लेशन पर भी पड़ने की संभावना है. इन प्रभावों की सीमा अनिश्चित है. समिति महंगाई से जुड़े जोखिमों के प्रति ज्यादा सतर्कता रखती है.

इंटरेस्ट रेट बढ़ने के बाद वॉल स्ट्रीट में तेजी
Fedral Reserve Bank द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी का अनुमान पहले से ही लगाया जा रहा था. अधिकतर विशेषज्ञों ने इंटरेस्ट रेट में 0.25 फीसदी की बढ़ोत्तरी का अनुमान लगाया था. गौरतलब है कि फेडरल रिजर्व के ऐलान के बाद S&P -500 इंडेक्स 0.26 फीसदी से चढ़ गया. हालांकि इस दौरान डॉलर इंडेक्स 0.465 फीसदी से गिरकर 102.680 पर आ गया.

पढ़ें : Hindenburg Research: अडाणी के बाद हिंडनबर्ग ने की नए धमाके की तैयारी, जाने अब किसकी बारी ?

पढ़ें : SBI Report on Home Loan: आरबीआई रेपो रेट का असर, होम लोन इंटरेस्ट रेट 16 फीसदी महंगा

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.