नई दिल्ली: आज 20 साल बाद टाटा टेक्नोलॉजीज का आईपीओ खुल रहा है. टाटा टेक्नोलॉजीज लिस्ट होने वाली पहली टाटा समूह की कंपनी है. कंपनी के सीईओ वॉरेन हैरिस ने कहा कि टाटा की एक प्रमुख कंपनी टाटा मोटर्स टाटा टेक्नोलॉजीज के लिए रेवेन्यू का महत्वपूर्ण स्रोत है. लेकिन जल्द ही कंपनी परस्पर निर्भरता कम करने पर ध्यान दे रही है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हैरिस ने कहा कि टाटा टेक्नोलॉजीज में टाटा मोटर्स और जेएलआर (जगुआर लैंड रोवर) का योगदान मध्यम से लंबी अवधि में कम करने की ओर काम किया जा रहा है. इसी को ध्यान में रखते हुए आईपीओ जारी किये गये हैं.
टाटा टेक का पहला आईपीओ
रिपोर्ट में बताया गया है कि FY23 में, टाटा मोटर्स और समूह की कंपनियों ने टाटा टेक्नोलॉजीज के रेवेन्यू में एक तिहाई से अधिक का योगदान दिया है. 2004 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के सार्वजनिक होने के बाद टाटा समूह की किसी कंपनी के लिए टाटा टेक आईपीओ दो दशकों में पहला होगा. टाटा टेक के शीर्ष दो कैप्टिव ग्राहक कंपनी के राजस्व का बड़ा हिस्सा हैं.
हैरिस ने क्या कहा?
हैरिस ने कहा कि समूह या टाटा मोटर्स का टाटा टेक्नोलॉजीज पर कोई परिचालन प्रभाव नहीं होगा. सीईओ वॉरेन हैरिस ने कहा कि मैं इसे बिल्कुल स्पष्ट कर दूं कि टाटा टेक्नोलॉजीज पर समूह या वास्तव में टाटा मोटर्स का कोई परिचालन प्रभाव नहीं है. टाटा मोटर्स की ईवी क्षेत्र में महत्वाकांक्षी निवेश योजनाएं हैं. हैरिस का कहना है कि आने वाले समय में टाटा मोटर्स के लिए काम बढ़ सकता है, लेकिन लंबी अवधि में योगदान में गिरावट आएगी.