नई दिल्ली : भारत में 5जी स्पेक्ट्रम की पहली नीलामी सोमवार को सातवें दिन में प्रवेश कर गई. इस दौरान जियो और एयरटेल समेत कई कंपनियां उत्तर प्रदेश पूर्वी सर्किल के लिए 1800 मेगाहर्ट्ज के लिए बोली लगा रही हैं. इससे पहले रविवार को बोली लगाने के छठे दिन कुल स्पेक्ट्रम बिक्री 1.50 लाख करोड़ रुपये के मील के पत्थर को पार कर गई थी.
अत्यधिक उच्च गति की इंटरनेट सेवा देने में सक्षम 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के छह दिनों में अब तक 1,50,130 करोड़ रुपये की बोलियां मिल चुकी हैं. रविवार को आयोजित सात नए दौर की बोली में 163 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई. दूरसंचार विभाग ने इस नीलामी में कुल 4.3 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 72 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की बिक्री की पेशकश की है. इस नीलामी में रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के अलावा अडाणी एंटरप्राइजेज भी शिरकत कर रही है.
सोमवार को नीलामी का सातवां दिन है और फिलहाल 38वें दौर की बोली चल रही है. सूत्रों ने कहा कि शनिवार को मांग में अपेक्षाकृत नरमी के बाद उप्र पूर्वी सर्किल, जिसमें लखनऊ, इलाहाबाद, वाराणसी, गोरखपुर और कानपुर शामिल हैं, ने 1800 मेगाहर्ट्ज के लिए एक बार फिर से बोली लगाने में तेजी देखी. उप्र पूर्वी में 10 करोड़ से अधिक मोबाइल ग्राहक हैं. माना जा रहा है कि इस दौरान रिलायंस जियो और भारती एयरटेल जैसी कंपनियों के बीच स्पेक्ट्रम के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा चल रही है.
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दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पिछले दिनों कहा था कि 5जी नीलामी इस बात को रेखांकित करती है कि उद्योग विस्तार करना चाहता है और विकास के चरण में प्रवेश कर गया है. उन्होंने कहा कि स्पेक्ट्रम के लिए निर्धारित आरक्षित मूल्य उचित है और यह नीलामी के परिणाम से साबित होता है.
(पीटीआई-भाषा)