नई दिल्ली: भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने फिक्स्ड डिपॉजिट रेट्स को बढ़ाने का ऐलान किया है. बैंक ने बढ़ी हुई रेट्स को तत्काल प्रभाव से लागू करने की घोषणा की है. बता दें, यह ब्याज दर 2 करोड़ रुपये से कम की एफडी पर लागू है. नई दर आज 27 दिसंबर 2023 से प्रभावी है. बैंक ने एक साल से लेकर दो साल से कम और 2 साल से तीन साल से कम और पांच साल से लेकर दस साल को छोड़कर बाकी सभी अवधियों पर रेट्स बढ़ा दी हैं.
7 दिनों से पैंतालीस दिनों में परिपक्व होने वाली जमाओं के लिए, एसबीआई ने दरों में 50 आधार अंक (बीपीएस) की बढ़ोतरी की है. अब इन जमाओं पर आपको 3.50 फीसदी की ब्याज दर मिलेगी, 46 दिनों से 179 दिनों के लिए, बैंक ने दरों में 25 बीपीएस की बढ़ोतरी की है, और ये 4.75 फीसदी की ब्याज दर की गारंटी देगा. 180 दिनों से 210 दिनों की अवधि वाले फिक्स्ड डिपॉजिट पर, एसबीआई ने दरों में 50 बीपीएस की वृद्धि की है. इन एफडी पर 5.75 फीसदी की ब्याज दर मिलेगी. बैंक ने 211 दिनों से लेकर 1 वर्ष से कम अवधि (6 फीसदी) पर दरों में 25 बीपीएस की बढ़ोतरी की है. 3 साल से 5 साल से कम में मैच्योर होने वाली FD पर अब 25 बीपीएस अधिक, 6.75 फीसदी मिलेगा.
एसबीआई ने आज, 27 दिसंबर से एफडी दरों में बढ़ोतरी की है. नया एफडी रेट्स इस प्राकर है...
- 7 - 45 दिनों के लिए 3.50 फीसदी.
- 46 -179 दिनों के लिए 4.75 फीसदी
- 180- 210 दिनों के लिए 5.75 फीसदी
- 211 दिन से 1 वर्ष के लिए से कम 6 फीसदी
- 1 वर्ष से 2 वर्ष से कम 6.80 फीसदी
- 2 वर्ष से 3 वर्ष से कम 7.00 फीसदी
- 3 वर्ष से 5 वर्ष से कम 6.75 फीसदी
- 5 वर्ष और 10 वर्ष तक 6.50 फीसदी
वरिष्ठ नागरिकों के लिए एसबीआई एफडी रेट्स
सीनियर सिटीजन को इन जमाओं पर 50 आधार अंक (बीपीएस) अतिरिक्त मिलेंगे. नये बढ़ोतरी के बाद, एसबीआई सात दिनों से लेकर दस वर्षों में मैच्योर होने वाली जमाओं पर 4 से 7.5 फीसदी तक की रेट्स अपने ग्राहकों को देता है.
- 7 दिन से 45 दिनों के लिए 4 फीसदी
- 46 दिन से 179 दिन 5.25 फीसदी
- 180 दिन से 210 दिन 6.25 फीसदी
- 211 दिन से 1 वर्ष से कम 6.5 फीसदी
- 1 वर्ष से 2 वर्ष से कम 7.30 फीसदी
इन बैंकों ने दिसंबर 2023 में FD दरों में की बढ़ोतरी
बता दें, SBI दिसंबर 2023 में टर्म डिपॉजिट पर ब्याज दरें बढ़ाने वाला पांचवां बैंक बन गया है. इससे पहले बैंक ऑफ इंडिया, फेडरल बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और डीसीबी बैंक ने भी इस महीने अपने टर्म डिपॉजिट पर दरें बढ़ाई थी. दर में बढ़ोतरी तब हुई है जब भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 8 दिसंबर की एमपीसी बैठक में लगातार पांचवीं बार प्रमुख रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा है.