नई दिल्ली: ओपनएआई (OpenAI) के सीईओ के रूप में वापसी करने के बाद सैम ऑल्टमैन ने कई खुलासे किए हैं. एक इंटरव्यू में ऑल्टमैन ने बताया कि उन्हें कंपनी से क्यों निकाला गया और फिर दोबारा माइक्रोसॉफ्ट समर्थित फर्म में शीर्ष पद पर नियुक्त किया गया. माइक्रोसॉफ्ट समर्थित कंपनी ओपनएआई में कई दिनों की बोर्डरूम उथल-पुथल के बाद, सैम ऑल्टमैन ने 30 नवंबर को ओपनएआई के सीईओ के रूप में वापसी कर ली है.
बता दें, 17 नवंबर को कंपनी से निकाले जाने के बाद सैम ऑल्टमैन को सीईओ पद पर बहाल किया गया था. ऑल्टमैन ने कहा खुलासा किया कि वह हर्ट और क्रोधित थे, लेकिन उन्होंने एक बार फिर से पद स्वीकार करने का फैसला किया. सैम ऑल्टमैन ने खुलासा किया कि जब उन्हें पहली बार एक बार फिर ओपनएआई का सीईओ बनने का प्रस्ताव मिला, तो उन्हें अहंकार और भावनाओं से उबरने में थोड़ा समय लगा. आखिरकार, उन्होंने उनके सामने रखे गए प्रस्ताव को स्वीकार करने का निर्णय लिया.
ऑल्टमैन ने किया खुलासा
उन्होंने कहा कि मुझे वास्तव में कंपनी बहुत पसंद आई और पिछले साढ़े चार सालों से मैंने इसमें अपनी पूरी जीवन शक्ति लगा दी है, लेकिन अपने अधिकांश समय के साथ वास्तव में इससे भी अधिक समय बिताया है. 17 नवंबर को ओपनएआई से बाहर किए गए पर सैम ऑल्टमैन ने बताया कि कंपनी के बोर्ड सदस्यों ने कहा कि शीर्ष प्रबंधन के बीच एआई सुरक्षा पर उनकी राय पर मतभेद थे. सैम ऑल्टमैन ने बताया कि कि सीईओ बोर्ड के साथ स्पष्ट नहीं थे. यह पूछे जाने पर कि पिछले महीने उन्हें ओपनएआई से क्यों बर्खास्त किया गया था, सैम ऑल्टमैन ने निर्णय का आंतरिक विवरण देने से परहेज करने का फैसला किया.