नई दिल्ली: रूस ने मेटा प्लेटफॉर्म के प्रवक्ता एंडी स्टोन को अनस्पेसिफाइड वांटेड लिस्ट में डाल दिया है. मॉस्को द्वारा अमेरिकी सोशल मीडिया दिग्गज मेटा के प्रवक्ता को एक्सट्रीमिस्ट के रूप में वर्गीकृत किया गया है. पिछले साल यूक्रेन पर हमला शुरू करने के बाद से रूस की काफी आलोचना हुई थी. इस आलोचन पर रोक लगाने के लिए रूस ने मीडिया और सोशल मीडिया की स्वतंत्रता पर भारी प्रहार किया है. स्टोन को रूस के आंतरिक मंत्रालय की वांछित लोगों की सूची में बिना अधिक विवरण के सूचीबद्ध किया गया था.
फेसबुक और इंस्टाग्राम पर लगी रोक
स्टोन को रूस के आंतरिक मंत्रालय की वांछित लोगों की सूची में बिना अधिक विवरण के सूचीबद्ध किया गया है. अक्टूबर 2022 में, रूस ने मेटा को आतंकवादी और चरमपंथी संगठन के रूप में सूचीबद्ध किया, जिससे देश में उपयोगकर्ताओं के लिए संभावित आपराधिक जांच और जुर्माना लगाया जा सके. बता दें कि रूस और युक्रेन में लगातार चल रहे हमले के बाद रूस से मीडिया को लेकर अहम फैसला किया था. रूस ने देश में फेसबुक और इंस्टाग्राम को ब्लॉक कर दिया.
इन तक पहुंचने का केवल एक रास्ता है और वो वीपीएन है. इसके साथ ही ट्विटर पर भी बैन लगा दिया गया है. साथ ही क्रेमलिन की आलोचना करने वाले रूसी स्वतंत्र मीडिया पर भी बैन लगा दिया गया है.
रूसी समाचार एजेंसी ने दी खबर
प्रतिबंध से पहले, लाखों रूसी मेटा से संबंधित एप्लिकेशन का उपयोग करते थे, विशेष रूप से इंस्टाग्राम, जो युवा रूसियों के बीच बेहद लोकप्रिय है. अप्रैल 2022 में, रूस ने मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग को देश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने वाले लोगों की काली सूची में डाल दिया है. इस बात की जानकारी रूसी समाचार एजेंसी TASS ने दी है.
Meta के स्पोकपर्सन को रूस ने वांटेड लिस्ट में डाला, जानें क्यों - मेटा स्पोकपर्सन
रूसी समाचार एजेंसी TASS ने जानकारी दी है कि रूस ने मेटा प्लेटफॉर्म के प्रवक्ता एंडी स्टोन को अनस्पेसिफाइड वांटेड लिस्ट में डाल दिया है. पिछले साल यूक्रेन पर हमला शुरू करने के बाद से रूस की काफी आलोचना हुई थी. पढ़ें पूरी खबर...(Russia, Meta Platforms, spokesperson Andy Stone, wanted list, Russian news agency TASS)
Published : Nov 27, 2023, 10:54 AM IST
नई दिल्ली: रूस ने मेटा प्लेटफॉर्म के प्रवक्ता एंडी स्टोन को अनस्पेसिफाइड वांटेड लिस्ट में डाल दिया है. मॉस्को द्वारा अमेरिकी सोशल मीडिया दिग्गज मेटा के प्रवक्ता को एक्सट्रीमिस्ट के रूप में वर्गीकृत किया गया है. पिछले साल यूक्रेन पर हमला शुरू करने के बाद से रूस की काफी आलोचना हुई थी. इस आलोचन पर रोक लगाने के लिए रूस ने मीडिया और सोशल मीडिया की स्वतंत्रता पर भारी प्रहार किया है. स्टोन को रूस के आंतरिक मंत्रालय की वांछित लोगों की सूची में बिना अधिक विवरण के सूचीबद्ध किया गया था.
फेसबुक और इंस्टाग्राम पर लगी रोक
स्टोन को रूस के आंतरिक मंत्रालय की वांछित लोगों की सूची में बिना अधिक विवरण के सूचीबद्ध किया गया है. अक्टूबर 2022 में, रूस ने मेटा को आतंकवादी और चरमपंथी संगठन के रूप में सूचीबद्ध किया, जिससे देश में उपयोगकर्ताओं के लिए संभावित आपराधिक जांच और जुर्माना लगाया जा सके. बता दें कि रूस और युक्रेन में लगातार चल रहे हमले के बाद रूस से मीडिया को लेकर अहम फैसला किया था. रूस ने देश में फेसबुक और इंस्टाग्राम को ब्लॉक कर दिया.
इन तक पहुंचने का केवल एक रास्ता है और वो वीपीएन है. इसके साथ ही ट्विटर पर भी बैन लगा दिया गया है. साथ ही क्रेमलिन की आलोचना करने वाले रूसी स्वतंत्र मीडिया पर भी बैन लगा दिया गया है.
रूसी समाचार एजेंसी ने दी खबर
प्रतिबंध से पहले, लाखों रूसी मेटा से संबंधित एप्लिकेशन का उपयोग करते थे, विशेष रूप से इंस्टाग्राम, जो युवा रूसियों के बीच बेहद लोकप्रिय है. अप्रैल 2022 में, रूस ने मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग को देश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने वाले लोगों की काली सूची में डाल दिया है. इस बात की जानकारी रूसी समाचार एजेंसी TASS ने दी है.